द फ्रीलांसर वेब सीरीज की सराहना

द फ्रीलांसर वेब सीरीज की सराहना: जानिए कैसे एक हिंदी वेब सीरीज ने दिखाया इस्लामिक स्टेट का मुकाबला

द फ्रीलांसर

द फ्रीलांसर वेब सीरीज की सराहना

"द फ्रीलांसर" वेब सीरीज की सुरक्षित समीक्षा

"द फ्रीलांसर" वेब सीरीज, जिसके निर्माता-निर्देशक नीरज पांडे हैं, हिंदी में एक नये तरीके से बनाई गई है जो एक बहुत ही महत्वपूर्ण और जटिल सामाजिक सुझाव पर केंद्रित है। इस सीरीज का मुख्य उद्देश्य है दिखाना कि कैसे एक गुमनाम फ्रीलांसर और उसकी टीम आईएसआईएस (Islamic State) के खिलाफ एक निजी रेस्क्यू मिशन में शामिल होते हैं, जिसमें भारतीय युवतियों को बचाने और उनके संघर्ष को दिखाया जाता है। इस सीरीज में एक अधूरी कहानी के पूरे होने का इंतजार रहता है।

कहानी का आरंभ: अविनाश कामथ और उसकी टीम का सीरिया मिशन

सीरीज का कहानी अविनाश कामथ (मोहित रैना) के चारों ओर घूमती है, जो मुंबई पुलिस के एक साधारण अफसर हैं। उन्होंने विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद दुनिया के सबसे डैंजरस सोल्जर्स में से एक बनने का साहस किया है। उनका पहला मिशन है सीरिया, जो इस्लामिक स्टेट (ISIS) के बसे हैं।

सीरीज की कहानी अविनाश के सीरिया मिशन के चारों ओर घूमती है, जो अविनाश की टीम और उनकी टीम के सदस्यों के बीच की जूदा दुनिया को दिखाती है। इस कहानी के आगे के हिस्सों में, हम देखेंगे कि कैसे वे ISIS से जुड़े संघर्ष को पार करने की कोशिश करते हैं और आगे की चुनौतियों का सामना करते हैं।

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द फ्रीलांसर की संवाद

"द फ्रीलांसर" वेब सीरीज ने एक महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन बीच-बीच में कहानी अचानक थम जाती है और फ्लैशबैक में चली जाती है, जिससे मुख्य कहानी में खलल पैदा होता है। यह सीरीज कुछ स

वालों के जवाब नहीं देती, जैसे कैसे एक व्यक्ति का जीवन एक हीरो से कैसे बदल सकता है और उसकी निजी जिंदगी कैसे पूरी तरह से बदल सकती है।

सीरीज की कहानी में कुछ छोटे-छोटे डीटेल दी गई हैं, लेकिन कुछ सवालों और तर्कों का उल्लंघन किया गया है। किरदारों को अच्छे ढंग से लिखा गया है, लेकिन कुछ दिलचस्प चैरेक्टर्स को और भी विस्तार की जरूरत होती है।

सीरीज का आरंभ तेज रफ्तार से होता है, परंतु धीरे-धीरे संभल जाता है। इसका फलसफा विचारशीलता और रोमांच को एक साथ मिश्रित करने का प्रयास करता है, और अगर आप इस तरह के थ्रिलर मिशन की कहानियों का आनंद लेते हैं, तो "द फ्रीलांसर" आपको निराश नहीं करेगी। 

मोहित रैना अपनी भूमिका को अच्छे से निभाते हैं, लेकिन कुछ बार उनका किरदार थोड़ी सी कमी में रहता है। कश्मीरा परदेशी, अनुपम खेर, नवनीत मलिक और आयशा रजा मिश्रा ने भी अपनी भूमिकाओं को उच्च गुणवत्ता से निभाया है। 

"द फ्रीलांसर" वेब सीरीज एक महत्वपूर्ण विषय पर आधारित है, लेकिन कुछ हिचकिचाहट और कहानी के में ब्रेक्स अचानक कर देते हैं। इसके बावजूद, यह सीरीज विचारशीलता और रोमांच के साथ देखने लायक है, और विशेषकर वो लोग जो थ्रिलर मिशन की कहानियों का आनंद लेते हैं, उनके लिए यह देखने योग्य है।

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