साइबर विंग को नकली शराब के गोरखधंधे का दुष्प्रचार के सौंपी गई शिकायत

Fake Liquor Racket

Fake Liquor Racket

मंगलागिरी : : (आंध्रा प्रदेश) : Fake Liquor Racket: वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री व नेताओं ने मंगलागिरी स्थित पुलिस महानिदेशक कार्यालय में सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा कथित तौर पर आंध्र प्रदेश में उजागर हुए नकली शराब के गोरखधंधे में अपनी व गैर संलिप्तता से जनता का ध्यान हटाने के लिए चला रहे एक राजनीति से प्रेरित आईवीआरएस अभियान के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई ।

साइबर अपराध विभाग को सौंपी गई शिकायत का नेतृत्व पूर्व मंत्री जोगी रमेश और पूर्व मंत्री वेलमपल्ली श्रीनिवास साथ में एमएलसी मोंडिथोका अरुण कुमार, राज्य विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोहर रेड्डी, पूर्व विधायक / ब्राह्मण कॉर्पोरेशन अध्यक्ष मल्लाडी विष्णु और एनटीआर जिला पार्टी अध्यक्ष देवीनेनी अविनाश ने किया।

 प्रतिनिधिमंडल ने इस बदनाम करने वाले अभियान के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की विदित हो इस विषय को लेकर नकली शराब के घोटाले के .मामले को सी.बी.आई. जांच करने की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सांसदों द्वारा लिखित शिकायत भी देकर मांग की गई थी।

मीडिया से बात करते हुए, जोगी रमेश ने कहा, "आंध्र प्रदेश के लोग नकली शराब के धंधों से नाराज़ हैं" , जिसने गठबंधन सरकार के भीतर भ्रष्टाचार और आपराधिक गठजोड़ को उजागर किया है जो छुपाया नहीं जा सकता इस मामले में सीधेमुख्यमंत्री और नारा लोकेश की भी मिली भगत कराई गई नकली शराब बिक्री घोटाला का धंधा सामने आ रहा है कहा ।
 
   सच्चाई का सामना करने में असमर्थ, तेलुगु देशम पार्टी ने सुनियोजित ढंग से    वाईएसआर पार्टी के नेताओं को बदनाम करने के लिए .
" आईवीआरएस कॉल "  
 के माध्यम से झूठ फैलाकर ध्यान भटकाने की रणनीति अपना रहे हैं जो इनके वार्तालापऔर बनाई गई योजनाएं फोन कॉल डाटा कॉल तथा गत चुनाव में बांटी गई शराबसे लेकर अब तकहजारों करोड़ों कानकली शराब का धंधाजब तक सीबीआई जांच नहीं होगी यह उजागर नहीं होगाऔर उनके हरकतों पर हम एक बार पुनः साइबर को शिकायत दिया है कहा .ताकि उनकी योजनाओं पर निगरानी रखें युक्त शिकायतकेंद्रीय विभाग को भी भेजा जा रहा है अगर प्रेस को बताया ।"

उन्होंने नकली शराब मामले से उन्हें जोड़ने वाले निराधार आरोपों को बढ़ावा देने के लिए चंद्रबाबू की जाति बिरादरी " येलो मीडिया " मनगढ़ंत बातें फैलाई जा रही है .जो निराधार है कहा पूर्व मंत्री योगी रमेश ने जिसकी निंदा की और इसे "चरित्र हनन का एक जानबूझकर किया गया प्रयास" करार दिया। 
.    उन्होंने साइबर अपराध अधिकारियों से इसके मास्टरमाइंड की पहचान करने और उन्हें दंडित करने का आग्रह किया ।

जोगी रमेश ने आगे कहा, "केवल चंद्रबाबू और लोकेश ही इस तरह का प्रचार करने में सक्षम हैं। अगर चंद्रबाबू में सचमुच हिम्मत है, तो उन्हें शराब रैकेट की सीबीआई जाँच का आदेश देना चाहिए।" अपनी ईमानदारी की पुष्टि करते हुए, उन्होंने कहा कि वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए लाई डिटेक्टर या नार्को-एनालिसिस टेस्ट के लिए तैयार हैं।

वाईएसआरसीपी ने शराब रैकेट और बदनाम करने वाले आईवीआरएस अभियान, दोनों की पारदर्शी और स्वतंत्र जाँच की माँग की और इसे आंध्र प्रदेश में राजनीतिक ईमानदारी की परीक्षा बताया।