Rains wreaked havoc in many parts of Himachal Pradesh including Kullu, Mandi, Hamirpur, Chamba, Lahul-Spiti, Dharamshala and Bilaspur

बारिश का असर: कुल्लू, मंडी, हमीरपुर, चंबा, लाहुल-स्पीति, धर्मशाला, बिलासपुर सहित हिमाचल के कई हिस्सों में बारिश से मची तबाही

Rains wreaked havoc in many parts of Himachal Pradesh including Kullu, Mandi, Hamirpur, Chamba, Lahul-Spiti, Dharamshala and Bilaspur

Rains wreaked havoc in many parts of Himachal Pradesh including Kullu, Mandi, Hamirpur, Chamba, Lahu

बिलासपुर जिला में बारिश से भूस्खलन, सडक़ों पर बड़े-बड़े पत्थर गिर आने से यातायात प्रभावित

बिलासपुर में लगातार दो दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते जान जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक और जहां फोरलेन पर भूस्खलन हुआ है, वहीं नेशनल हाई-वे पर जगह-जगह पत्थर पड़े हुए हैं। प्रसाशन ने भी लोगों को एनएच पर ही सफर करने की हिदायत दी है। बताया जा रहा है कि लैंड स्लाइडिंग के चलते लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों द्वारा मिट्टी, पत्थरों को हटाया जा रहा है ओर जहां पर लैंडस्लाइड हुई है, वहां पर मशीनें तैनात कर दी गई हैं।

Mandi: पंडोह डैम ने छोड़ा पानी, नदी में आया सैलाब, बारिश के बाद जारी येलो अलर्ट, जिला प्रशासन भी सचेत

मंडी में बारिश के बाद येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिसके बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है। दरभंगा के DMCH अस्पताल में घुसा बरसात का पानी, मरीज की बढ़ी परेशानी

बारिश ने हमीरपुर में मचाई तबाही, पेयजल योजनाएं ठप, कई सडक़ें बाधित

पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से हमीरपुर में जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर आ गए हैं, जिस कारण आईपीएच विभाग की स्कीमें ठप्प हो गई हैं। इसके साथ ही कई जगहों पर भूस्खलन के कारण काफी अधिक नुकसान हो गया है।

नुकसान आकलन में करोड़ा में पहुंच सकता है। उपमंडल भोरंज के तहत आने वाले मैरा क्षेत्र में हुए भारी भूस्खलन की वजह से एक कार भी चपेट में आ गई, जिस कारण वाहन क्षतिग्रस्त हुआ है, वहीं अन्य क्षेत्रों से भी नुकसान की सूचनाएं मिल रही हैं। लोक निर्माण विभाग की सडक़ें भी बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुई हैं तथा एनएच विभाग के मार्ग भी भूस्खलन की वजह से कई घंटो तक बाधित रहेगी। पूरे हिमाचल में ही बारिश का क्रम जारी है। ऐसे में एचआरटीसी को भी बारिश की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा। मार्ग अवरूद्ध होने की वजह से बसें अपने गंतव्य तक समयबद्ध नहीं पहुंच पाई।

शिमला में बारिश का कहरः कोटगढ़ में मकान पर गिरा मलबा, पति-पत्नी व बच्चे की मौत

बारिश के कारण शिमला में सडक़ें बंद, बिजली और पानी की सप्लाई ठप

शिमला जिला में पिछले दो दिन से जारी मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। शिमला जिला के कोटगढ़ इलाके में मलबे में दबने से दम्पति और बच्चे की मौत हो गई और दो अन्य घायल है। भूस्खलन की ये घटना ठियोग-कुमारसैन विधानसभा क्षेत्र की उप तहसील कोटगढ़ के ग्राम पंचायत मधावनी के पानेवली गांव में हुई।

राजधानी में मूसलाधार बारिश ने कहर ढाह दिया है। आलम यह है कि अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन के कारण कई सडक़ें अवरुद्ध हो गई हैं, वहीं पानी-बिजली की सप्लाई भी ठप हो गई है। शहर के कुमार हाउस के पास विधानसभा से अन्नानडेल तक का रास्ता बंद है। स्थिति से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं, वहीं टूटीकंडी चौराहे पर एचआरटीसी पेट्रोल पंप के पास सडक़ अवरुद्ध है। उस क्षेत्र में यातायात फिलहाल एक तरफा आवाजाही तक ही सीमित है।

धर्मशाला में आफत बनी बरसात: चीलगाड़ी में चीड़ का पेड़ गिरने से भारी तबाही, कार चकनाचूर

लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। स्मार्ट सिटी के चीलगाड़ी स्थित स्कूल शिक्षा बोर्ड कॉलोनी में एक बड़ा चीड़ का पेड़ गिर जाने से भारी नुकसान हुआ है । बोर्ड कर्मचारियों की एक कार पर चीड़ का पेड़ गिर जाने से गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। इसके अलावा आसपास बने कॉलोनी के घरों को भी पेड़ की बड़ी टहनियों से नुकसान पहुंचा है।

गनीमत यह रही कि पेड़ उसे समय गिरा जब आसपास कोई व्यक्ति नहीं था, जिससे बचाव हो गया। कांगड़ा जिला के अन्य स्थानों में भी ऐसी अनेक घटनाएं सामने आई हैं। लगातार हो रही बारिश से लोग सहमे हुए हैं। उधर उपायुक्त कांगड़ा डॉक्टर निपुण जिंदल ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से बेवजह घरों से न निकलने और नदी नालों के आसपास न जाने की अपील की है।

चंबा में बारिश ने बरपाया कहर, रावी नदी सहित तमाम सहायक नदियां व नाले उफान पर आए

जिला चंबा में पिछले 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा कर रख दिया है। बारिश के कारण रावी नदी सहित तमाम सहायक नदियां व नाले उफान पर आ गए हैं। रविवार को बग्गा डैम से पानी छोडऩे के चलते रावी नदी का बहाव खतरे के निशान के करीब पहुंच गया, जिसके चलते बकानी पुल बाढ़ की भेंट चढ़ गया है, वहीं बालू पुल के साथ-साथ निकलता हुआ रावी नदी का पानी खूब खौफ पैदा कर रहा है।

रावी के तेज बहाव में शीतला पुल के पास दो शव दिखे जाने की भी सूचना है। बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन होने से जिला के तमाम मुख्य व संपर्क मार्गों पर वाहनों के पहिए थम के रह गए हैं। उधर, जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी कर लोगों को खराब मौसम में घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी जा रही है।

स्पीति: पिन वैली में बादल फटा, पशुपालन विभाग के 4 टेंट बहे

हिमाचल प्रदेश के स्पीति के पिन वैली के कारा नामक स्थान पर रविवार को बादल फटने से पशुपालन विभाग के 4 टेंट बह गए। इस हादसे में जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। रामपुर के ज्यूरी भेड़ प्रजनन केंद्र का एक दल गर्मियों में भेड़ बकरियों के साथ किन्नौर के काफनू से होते हुए पिन वैली में कारा नामक स्थान पर अपने टेंट लगाकर रहता है। इस बार भी भेड़ों के साथ गये भेड़ पालक दल एवं फार्मसिस्ट ने टेंट लगाकर ठिकाना स्थापित किया था। कुल 9 टैंट लगे थे, जिसमें से बादल फटने से 4 बह गये हैं। अभी भी बाढ़ का खतरा बरकरार है।

पशु पालन विभाग के फार्मासिस्ट सुभाष चन्द्र बोस ने फोन पर जानकारी देते हुए कहा है कि घटना स्थल पर मोबाइल सिग्नल नहीं मिलता है। फोन पर सूचना देने के लिए ऊपर की ओर चढ़ाई करनी पड़ती है। भेड़ों को टेंट लगाकर जहा रखा गया है, वह जगह दो नालों के बीच स्थित है। सुभाष ने बताया एसडीएम भाबा नगर से भी फोन पर मदद मांगी गई है। कर्मचारी संगठन के नेता कुशाल शर्मा ने किन्नौर जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए उचित प्रबंधन किया जाए, ताकि जान-माल का नुकसान न हो।

हिमाचल में  कल बंद रहेंगे सभी शिक्षण संस्थान, छुट्टी घोषित

हिमाचल में कहर बरपाती बारिश के चलते प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। ताजा हालात को देखते हुए मंडी, कुल्लू और लाहुल-स्पीति मेंं कल यानी सोमवार और मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि जिला में सोमवार को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।