Proposal given to establish ART centers in medical colleges

स्वास्थ्य मंत्री ने बाँझपन के कारणों का पता लगाने के लिए अध्ययन के आदेश; मैडीकल कालेजों में एआरटी केंद्र स्थापित करने का दिया प्रस्ताव

Proposal given to establish ART centers in medical colleges

Proposal given to establish ART centers in medical colleges

Proposal given to establish ART centers in medical colleges- चंडीगढ़I पंजाब के स्वास्थ्य परिवार भलाई मंत्री डा. बलबीर सिंह ने विवाहित जोड़ों में बढ़ रही बाँझपन की समस्या प्रति गहरी चिंता प्रकट करते गर्भधारन में असमर्थता के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए गहरे अध्ययन और सर्वेक्षण करने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के सरकारी मैडीकल कालेजों में सहायक प्रजनन प्रौद्यौगिकी ( ए. आर. टी.) केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव भी दिया। 

स्वास्थ्य मंत्री आज यहाँ पंजाब भवन में सहायक प्रजनन प्रौद्यौगिकी ( रैगुलेशन) एक्ट, 2021 और सरोगेसी ( रैगुलेशन) एक्ट, 2021 सम्बन्धित गठित राज्य स्तरीय बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि मैडीकल कालेजों में यह प्रस्तावित एआरटी केंद्र जोड़ों को इन- विटरो फरटीलाईज़ेशन ( आईवीऐफ) और सरोगेसी सहित डाक्टरी प्रक्रियाएं के साथ उनकी बाँझपन की समस्या को दूर करन में सहायता करेंगे। 

सेहत मंत्री ने बताया कि पंजाब उन अग्रणी राज्य में से एक है, जिन्होंने पहले ही दोनों एक्ट- एआरटी और सरोगेसी एक्ट लागू किए है जिससे लिंग चयन और सरोगेटस सम्बन्धित शोषण के मुद्दों के साथ सम्बन्धित अनैतिक अभ्यासों को रोका जा सके। 

उन्होंने कहा कि इन एक्ट के लागू होने साथ, राज्य के सभी प्रजनन और सरोगेसी कलीनिकों को बाँझपन की समस्या के साथ पीडित जोड़ों के लिए एआरटी या सरोगेसी प्रक्रियाएं करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की ज़रूरत होगी। 

बता दें  कि राज्य की समर्थ अथारटी द्वारा पहले ही 11 एआरटी कलीनिकों ( स्तर 1, 53 एआरटी क्लीनिक ( स्तर 2, 26 एआरटी बैंकों और 16 सरोगेसी कलीनिकों सहित 106 संस्थायों को रजिस्ट्रेशन दी जा चुकी है। 

डा. बलबीर सिंह ने कहा कि इन एक्ट को लागू करने का मुख्य उदेश एआरटी कलीनिकों और सरोगेसी में अधिक के व्यापारीकरण को रोकने के इलावा ऐसी अनैतिक प्रथाओ को रोकना है। उन्होंने कहा कि एक्ट की धाराओ का उल्लंघन करने पर सख़्त सज़ाएं की भी व्यवस्था है। 

इस दौरान प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विवेक प्रताप सिंह, जो बोर्ड के उप- चेयरपर्सन है,के इलावा सदस्यों में विधायक मोगा डा. अमनदीप कौर अरोड़ा, विधायक राजपुरा डा. नीना मित्तल, विधायक अमृतसर पूर्वी डा. जीवनजोत कौर और डायरैक्टर सेहत सेवाओं डा. आदरशपाल कौर उपस्थित थे। इस बैठक में मौजूद दूसरे अधिकारियों में डायरैक्टर परिवार भलाई डा. हितिन्दर कौर और सहायक डायरैक्टर स्वास्थ्य परिवार भलाई विभाग पंजाब डा. विनीत नागपाल भी मौजूद थे।