Pakistan School Blast: पाकिस्तान में आतंकियों ने स्कूल को बम से उड़ाया; इस क्रूर हरकत के बाद मचा हड़कंप, भारी नुकसान

पाकिस्तान में आतंकियों ने स्कूल को बम से उड़ाया; इस क्रूर हरकत के बाद मचा हड़कंप, भारी नुकसान, लोग बोले- स्कूल को तो छोड़ देते

Pakistan School Blast

Pakistan School Terrorist Bomb Blast Breaking

Pakistan School Blast: पाकिस्तान के जन्माए आतंकी आज उसी की छाती को छलनी कर रहे हैं। आतंकियों द्वारा पाकिस्तान में ही लगातार हमले किए जा रहे हैं। कहीं मस्जिद में आत्मघाती हमला कर लोगों की जान ले ली जाती है तो वहीं आतंकी अब स्कूल को भी नहीं छोड़ रहे। आतंकियो ने बेहद ही गिरी हुई हरकत की है। एक क्रूर वारदात को अंजाम देते हुए आतंकियों ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक सरकारी स्कूल को बम से उड़ा दिया है.

आतंकियों के इस बम धमाके में स्कूल के कमरों और दीवारों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि, स्कूल में किसी बच्चे के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन आतंकियों के इस बम धमाके से पूरे इलाके में भारी हड़कंप मचा हुआ है और स्थानीय पुलिस के साथ सेना मौके पर पहुंची हुई है। वहीं इस वारदात से दहशत में आए लोगों का कहना है कि आतंकी कम से कम से स्कूल तो छोड़ देते। बम धमाके के बाद स्थानीय लोगों ने सरकार से तत्काल जांच शुरू करने और सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है।

पाकिस्तान में पहले भी स्कूल उड़ाए गए

बताया जाता है कि इसी साल (2025) जुलाई के महीने में भी पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में लड़कियों के लिए निर्माणाधीन एक सरकारी स्कूल को आतंकवादियों ने बम विस्फोट कर उड़ा दिया था। भीषण धमाके की वजह से इमारत को काफी नुकसान पहुंचा था। इससे पहले छह जून को अज्ञात बदमाशों ने टैंक जिले में भी एक सरकारी स्कूल की इमारत में विस्फोट कर दिया था। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के अलग हुआ समूह लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ है और आमतौर पर स्कूलों को निशाना बनाता है।

स्कूल, मस्जिद के अलावा पुल भी उड़ाए जा चुके

भारत में साजिश रचने के साथ-साथ पाकिस्तान में भी आतंकियों की हिंसा लगातार जारी है। जिसकी वजह से आम लोग भी डरे हुए हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि स्कूल, मस्जिद के अलावा पुल भी उड़ाए जा रहे हैं। हाल ही में आतंकवादियों ने धमाका कर तीन पुलों को भी उड़ा दिया है। पुलों के उड़ने की वजह से लोगों की आवाजाही रुक गई और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा।