Operation Sindoor: 25 मिनट में पाकिस्तान धुआं-धुआं; 'ऑपरेशन सिंदूर' से आतंकिस्तान में तबाही, भारत ने उड़ा दिए आतंकी ठिकाने

25 मिनट में पाकिस्तान धुआं-धुआं; 'ऑपरेशन सिंदूर' से आतंकिस्तान में तबाही, भारत ने उड़ा दिए आतंकी ठिकाने, पहलगाम हमले का बदला

Operation Sindoor India Air Strike On Pakistan And Destroyed Terrorist Camps

Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के करीब 15 दिन बाद भारत ने अपना बदला ले लिया है। पाकिस्तान के घर में घुसकर भारत ने जवाबी कार्रवाई की है। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और जबरदस्त एयर स्ट्राइक की। भारत की इंटेलिजेंस टीम के पास पाक के इन आतंकी ठिकानों की सटीक जानकारी थी।

पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत के इस हमले में 100 के करीब आतंकियों के ढेर होने की भी खबर है। हालांकि, मरने वालों की संख्या को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है। लेकिन भारत के इस हमले से आतंकिस्तान में तबाही का आलम बिखर गया है और चारो तरफ अफरातफरी मची हुई है।

जैश-लश्कर के हेडक्वार्टर भी किए तबाह

भारत की इस कार्रवाई में प्रमुख आतंकी संगठन जैश, लश्कर और हिजबुल के हेडक्वार्टर भी तबाह किए गए हैं। भारतीय सेना ने मुरीदके में आतंकी हाफ़िज़ सईद के लश्कर मुख्यालय (मरकज़ सुभान) को उड़ा दिया है। वहीं बहावलपुर में आतंकी मसूद अज़हर के जैश मुख्यालय (मरकज़ तैयबा) को तबाह कर दिया गया है।

वहीं सियालकोट में आतंकी सलाहूदीन के हिजबूल हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया है। इसके अलावा सरजाल/तेहरा कलां, मरकज़ अहले हदीस बरनाला भिम्बर, मरकज़ अब्बास कोटली, मस्कर राहील शाहि कोटली, मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैंप और मरकज़ सैयदना बिलाल को मिसाइलों से निस्तनाबूत किया गया।

एयर स्ट्राइक पर भारत सरकार का आधिकारिक बयान

ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक को लेकर भारत सरकार की तरफ से पहला आधिकारिक बयान जारी कर दिया गया है। भारत सरकार की तरफ से विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रैस ब्रीफिंग की। जिसमें भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी प्रेस को हमले के बारे में ब्रीफ़ किया। वहीं भारतीय विदेश सचिव ने कहा, हमने पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकियों द्वारा पहलगाम में किए गए बर्बरतापूर्ण हमले का जवाब दिया है। जिसमें निर्दोष और मासूम पर्यटकों को बेरहमी से मार दिया गया।

विदेश सचिव ने कहा कि, यह हमला धर्म के नाम देश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने से भी प्रेरित था और इसकी ज़िम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से संबन्धित टीआरएफ़ ने ली थी। विदेश सचिव ने कहा कि, 26 नवम्बर 2008 के मुंबई हमले के बाद देश में आम नागरिकों पर यह सबसे गंभीर आतंकी हमला था. पूरी दुनिया के सामने लगातार पाकिस्तान की आतंक पोषित तस्वीर उजागर होती आई है। पाकिस्तान आतंकी समूहों के माध्यम से भारत के खिलाफ गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करता रहा है।

विदेश सचिव के अनुसार, पहलगाम आतंकी हमले की जांच से भी पाकिस्तान के साथ आतंकवादियों के संपर्क उजागर हुए हैं। इस हमले की जांच हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने चश्मदीदों और अन्य तरह से हमलावरों की पहचान की है, साथ ही हमारी इंटेलीजेन्स टीम ने हमले के योजनाकारों की भी जानकारी जुटाई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मॉड्यूल पर हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया है कि भारत पर आगे भी हमले हो सकते हैं, अत: इन्हें रोकना और इसने निपटना दोनों को बेहद आवश्यक समझा गया।

विदेश सचिव ने कहा कि, आज सुबह भारत ने इस तरह के सीमा पार हमलों का जवाब देने और उन्हें रोकने तथा उनका प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। क्योंकि पाकिस्तान ने खुद से अपने यहां आतंकियों के ठिकाने पर कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि इसके बजाय इंकार करने और भारत पर आरोप थोपने पर लिप्त रहा है। विदेश सचिव ने यह स्पष्ट कर दिया कि, जब तक पाकिस्तान आतंकियों को पालता रहेगा, भारत उसके घर में घुसकर आतंकियों पर कार्रवाई करता रहेगा।

पाकिस्तान में किसी सैन्य ठिकाने पर हमला नहीं

भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, पिछले 30 सालों से पाकिस्तान में आतंकी अड्डों का निर्माण हो रहा है और लगातार आतंकियों की भर्ती की जा रही है। पहलगाम हमले के जवाब में की गई इस कार्रवाई में 9 आतंकवादी शिविरों को टारगेट किया गया है और पूरी तरह से उन्हें बर्बाद कर दिया गया है। इन ठिकानों का चयन विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर हुआ ताकि अतांकी ठिकानों को निस्तनाबूत किया जा सके।

Operation Sindoor India Air Strike On Pakistan And Destroyed Terrorist  Camps

लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी दी कि, 7 मई देर रात 1 बजकर 5 मिनट से 1.30 बजे तक कार्रवाई की गई। सबसे पहले मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैंप को निशाना बनाया गया। जो कि PoJK में LoC से 30 किलोमीटर दूर था। यह लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर था। कुरैशी ने बताया कि, पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और अब तक पाकिस्तान में किसी तरह की नागरिक क्षति की कोई खबर नहीं है।

 

पहलगाम में भीषण नरसंहार हुआ था

कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला एक भयानक नरसंहार था। आतंकियों ने बेहद क्रूर और वीभत्स तरीके से नरसंहार का खूनी खेल खेला। जिसमें 26 निर्दोष-निहत्थे लोगों की बर्बर तरीके से हत्या कर जान ले ली गई। मासूम बच्चों और महिलाओं की चीख-पुकार से भी आतंकियों को रहम नहीं आया। वह हंसते-खेलते और खुशियां मना रहे लोगों पर गोलियां बरसाते रहे। देश के अलग-अलग हिस्सों से कोई अपने परिवार को लेकर कश्मीर घूमने पहुंचा था तो कोई नई-नई शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए कश्मीर आया था।

लेकिन आतंकियों ने एक पल में सब उजाड़ दिया। आतंकियों ने लोगों को उनकी पत्नी के सामने ही मौत के घाट उतारा। लोग डर और दहशत में इधर-उधर भाग रहे थे और आतंकी मौत का खेल खेलने में लगे थे। पहलगाम से जो दर्दनाक तस्वीरें सामने आईं। उन तस्वीरों ने झकझोर कर रख दिया। पहलगाम आतंकी हमले से देशभर में भयंकर आक्रोश की लहर थी। एक सुर में हर जगह से आतंकवाद को तबाह कर देने और पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग उठ रही थी।

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