Navjot Sidhu Release From Patiala Jail News

ठोको ताली... आ रहे हैं 'गुरु'; नवजोत सिंह सिद्धू इस तारीख को हो रहे रिहा, पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़ी

Navjot Sidhu Release From Patiala Jail News

Navjot Sidhu Release From Patiala Jail News

Navjot Sidhu Release From Patiala Jail News: पटियाला जेल में बंद पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है| तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है कि सिद्धू को 26 जनवरी 2023 को जेल से रिहा कर दिया जाएगा| रिपोर्ट्स में यह भी बताया जा रहा है कि, 26 जनवरी को शाम 7 बजे के आस-पास सिद्धू रिहा होंगे| बताया जाता है कि, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन रिहा किए जाने वाले कैदियों में सिद्धू का नाम भी शामिल है| उन्हें जेल में अच्छे आचरण के चलते शामिल किया गया है|

पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़ी

सिद्धू से जेल में ही कई नेता मुलाकात कर चुके हैं| हाल ही के कुछ दिनों में यह सिलसिला ज्यादा तेज हुआ| मसलन, सिद्धू की रिहाई को भले ही अभी समय पड़ा हो लेकिन उनके आने की खबर पर ही पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है| सिद्धू को बेबाक बोलने वाले नेताओं में जाना जाता है| फिलहाल तो अब देखना यह होगा कि, सिद्धू के लौटने पर पंजाब कांग्रेस के अंदर क्या बदलाव होता है? क्योंकि अटकलें अदलाव की भी तेज हैं|

बतादें कि, इसका एक इशारा भी सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला ने किया था| हाल ही में सलाहकार ने सिद्धू के जेल से रिहा होने के बाद की प्लानिंग के बारे में जानकारी दी थी| सिद्धू के सलाहकार ने ट्वीट करके लिखा था– ''नवजोत सिंह सिद्धू के जेल से वापस लौटते ही मिशन 2024 शुरू हो जाएगा और पंजाब के अधिकारों की रक्षा जारी रखी जाएगी| सलाहकार ने आगे लिखा- पंजाब आज भी मंदी के उसी दौर में खड़ा है जिससे बाहर निकलने का मॉडल नवजोत सिद्धू जी ने दिया था| पंजाब का इंजन नवा करने की नहीं, बल्कि उसे बदलने की जरूरत है।''

20 मई से पटियाला जेल में बंद हैं सिद्धू

बतादें कि, नवजोत सिंह सिद्धू 20 मई से पटियाला जेल में बंद हैं| सिद्धू ने करीब 34 साल पुराने एक रोडरेज केस में सुप्रीम कोर्ट से एक साल की सजा मिलने के बाद खुद को पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया था| जिसके बाद उन्हें पटियाला जेल में लाकर बंद कर दिया गया| मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू को पटियाला जेल में बैरक नंबर 10 में रखा गया है और क्लर्क का काम दिया गया है|

1988 का है रोडरेज मामला

बतादें कि, रोडरेज का यह पूरा मामला दिसंबर 1988 का है। जब पटियाला में सिद्धू की सड़क पर एक बुजुर्ग से झड़प हो गई थी| बताया जाता है कि इस झड़प में मारपीट हुई और जिसके बाद उस बुजुर्ग शख्स की मौत हो गई| जहां, इस मामले में फिर पटियाला पुलिस ने सिद्धू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में पहले निचली अदालत में सुनवाई चली| जहां से सिद्धू बरी हो गए|

लेकिन जब मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने 2006 में सिद्धू को इस मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी। सिद्धू तब भाजपा के अमृतसर से सांसद थे। सजा के बाद सिद्धू को इस्तीफा देना पड़ा था| साथ ही सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले का चुनौती दी थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को बरी को कर दिया था लेकिन बाद में पीड़ित पक्ष ने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सिद्धू की मुश्किलें फिर बढ़ा दीं और अब नतीजा यह रहा कि पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुना दी|