कृष्णगिरी वाली पद्मावती के दरबार में आने वाले का राजयोग तय : पूज्यपाद जगद्गुरु वसंत विजयानन्द गिरी जी महाराज

Padmavati of Krishnagiri is sure to have Raja Yoga
कृष्णगिरी तीर्थ धाम का त्रिदिवसीय ध्वजारोहण महामहोत्सव हर्षोल्लास से सम्पन्न
कृष्णगिरी। Padmavati of Krishnagiri is sure to have Raja Yoga: हमारी भक्ति हमें कृष्णगिरी लाई है, लेकिन यहां जगत जननी देवी मां पद्मावती की अपरंपार महिमा को भी जानना अनिवार्य है। निश्चित ही रिश्ते ईश्वर बनाते हैं, मगर संबंधों को प्रगाढ़ व कल्याणकारी बनाना हमारा ही काम है। यह कहा परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित कृष्णगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने। वे यहां श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम के तृतीय दिवसीय ध्वजारोहण महोत्सव के समापन दिवस पर मंगलवार को अपना आशीर्वादी उद्बोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में जब तक प्रकाश ना लिखा हो सूर्योदय होने पर भी उसे रोशनी दिखाई नहीं देती। कृष्णगिरी शक्ति पीठाधीपति ने कहा कि इस विश्व विख्यात तीर्थ धाम में जिसके चरण भी पड़ जाए उस व्यक्ति की कुंडली में राजयोग निश्चित रूप से प्रारंभ हो जाता है। प्रसंगवश उन्होंने बताया कि इस धरा पर करोड़ों लोग हैं, सभी के कर्म, भाग्य व जीवन के प्रारब्ध अलग-अलग है लेकिन वैराग्य दुख से ही आता है सुख से नहीं। उन्होंने कहा कि मां की अनन्य कृपा का पात्र बनने के लिए अनन्य श्रद्धा व विश्वास भी होना आवश्यक है, तभी उद्धार होगा। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों ने मां की व पूज्य गुरुदेव श्रीजी के अनेक चमत्कारी प्रसंग का उल्लेख करते हुए उनका जयकारा लगाया। इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि मां पद्मावती पर ऐसा विश्वास करें कि उस विश्वास का भी जगत जननी मां को विश्वास हो जाए क्योंकि किसी प्रकार का संदेह कृपा को रोकता है। अनेक उदाहरणों का जिक्र करते हुए शक्ति पीठाधिपति ने कहा कि देवताओं की उपासना करने के बाद संदेह नहीं करना चाहिए। इस दौरान वचन सिद्ध, सर्व धर्म दिवाकर, पूज्यपाद जगद्गुरु श्री वसंत विजयानन्द गिरी जी महाराज ने तीर्थ धाम के सैकड़ो कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों, पुजारियों, सेवकों इत्यादि सभी को नगद राशि, वस्त्र सहित अनेक उपहार प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर यूएसए से आए गुरु भक्त अशोक भाई एवं बेंगलूरु के विधि कारक तुषार भाई के माध्यम से त्रिदिवसीय महामहोत्सव के समापन दिवस पर मंगलवार को प्रातः 9:30 बजे से श्री वृहद शांति स्नात्र महापूजन सम्पन्न कराया गया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।अनेक श्रद्धालु भक्तों को गुरु दीक्षा भी प्रदान की गई। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण थॉट योगा पर लाइव प्रसारित किया गया। रात्रि में संगीतमय भक्ति में श्रद्धालुओं ने झूमते हुए पूज्य गुरुदेव का जयकारा लगाया।
गुरु पूर्णिमा पर श्री स्वर्णाकर्षण भैरव भैरवी पूजा यज्ञ आराधना 8 जुलाई से..
पूज्यपाद जगद्गुरु, कृष्णगिरी शक्ति पीठाधीपति श्री वसंत विजयानंद गिरि जी महाराज की पावन निश्रा में आगामी गुरु पूर्णिमा पर्व पर अलौकिक श्री स्वर्णाकर्षण भैरव भैरवी पूजा यज्ञ आराधना महोत्सव कृष्णगिरी तीर्थ धाम में ही 8 से 10 जुलाई तक मनाया जाएगा। पीले वर्ण के होने से ग्रहों में गुरु के स्वरूप श्री स्वर्णाकर्षण भैरव भैरवी की पंच धातु की करीब ढाई किलो वजनीय प्रतिमा श्रद्धालु गुरुभक्तों को प्रदान की जाएगी। यह प्रतिमा सिद्ध अभिमंत्रित कर सुख संपदा समृद्धि व पारिवारिक एकता के लिए विधान पूर्ण करके ही उपस्थित गुरु भक्तों को दी जाएगी। इस महाअनुष्ठान में भाग लेने हेतु 9051390513 से संपर्क कर आयोजन में भाग लिया जा सकता है।
नवरात्रि पर इंदौर में होगा ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन..
आगामी 25 जुलाई से पूज्यपाद जगद्गुरु कृष्णगिरी पीठाधीपति श्री वसंत विजयानन्द गिरी जी महाराज का मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रवास रहेगा। इस दौरान नवरात्रि पर्व के मद्देनजर 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 11 दिवसीय ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन के तहत श्री विश्व शांति एवं महालक्ष्मी कुबेर अर्थ धर्म समृद्धि कलश अनुष्ठान होगा। इस मौके पर 11000 महालक्ष्मी समृद्धि कलश सिद्धि विधान के साथ नवरात्रि भक्ति आराधना एवं देवी भागवत कथा महोत्सव का भव्य आयोजन होगा। गोल्ड प्लेटेड इस कलश में चांदी का सिक्का, 32 उपरत्न, 32 हीलिंग जेमस्टोन, असली नौ रत्न व महालक्ष्मीजी को आकर्षित करने वाली सैकड़ो औषधियां होंगी। इस दिव्य अनुष्ठान की विस्तृत जानकारी 90513 90513 से ली जा सकती है।