फिरोजपुर में एक घर से एक ही दिन में उठी 3 अर्थियां, देखें क्या है मामला

Ferozpur

फिरोजपुर। पंजाब के फिरोजपुर में एक ही दिन में एक ही घर से 3 अर्थियां उठी। यहां पहले करंट लगने से घर के मुखिया की मौत हुई जिसके बाद सदमे से उसकी बुजुर्ग मां और जवान बेटी ने दम तोड़ दिया। अब परिवार में एक लड़का और ल?की ही बचे हैं। गांव भी समझ नहीं पा रहा कि जिस परिवार में कल तक खुशियां थी, आज वहां देखभाल करने वाला कोई बड़ा नहीं बचा।

मामला फिरोजपुर के गांव तारे वाला का है। यहां खेतीबाड़ी करने वाले 55 वर्षीय मंगत सिंह के परिवार में उसकी बुजुर्ग मां हेरो बाई और एक बेटा व 2 बेटिया थीं। मंगत सिंह की पत्नी का दो साल पहले निधन हो गया था। शुक्रवार को मंगत सिंह नहाने के लिए घर से खेत में टुल्लू पंप पर चला गया। नहाते हुए करंट लगने से मंगत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।

गांववालों ने टुल्लू पंप पर मंगत को मृत देखकर उसके घर सूचना दी तो मंगत सिंह की बुजुर्ग मां हेरो बाई आंगन में ही बेहोश होकर गिर पड़ी। गांववाले उसे तुरंत नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने हेरो बाई को मृत घोषित कर दिया।

24 घंटे में चल बसे 3 मेंबर

हेरो बाई को मृत घोषित किए जाने के बाद गांववाले उनकी डेडबॉडी लेकर अस्पताल से गांव में घर पहुंचे। मंगत सिंह की 15 साल की बेटी लखविंदर कौर घर पर उनका इंतजार कर रही थी। जैसे ही उसे पिता के बाद दादी हेरो बाई के निधन का पता चला तो लखविंदर कौर भी बेहोश होकर गिर पड़ी।

अस्पताल में बेटी ने तोड़ा दम

लखविंदर कौर की तबीयत खराब होते ही गांव के लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। इलाज के दौरान लखविंदर कौर की तबीयत बिगड़ती चली गई और अंत में उसने भी दम तोड़ दिया। लखविंदर कौर की मां का दो साल पहले ही निधन हो चुका है।

देर शाम को तारे वाला गांव के श्मशान घाट में मंगत सिंह, उनकी मां हेरो बाई और लखविंदर कौर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब मंगत सिंह के परिवार में उसका एक बेटा और बेटी ही बचे हैं।