If you go to hospital then there are no doctors and staff, the condition of education is also bad
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अस्पताल चले जाओ तो डॉक्टर व कर्मचारी नहीं, शिक्षा का भी बुरा हाल: राकेश सरोहा

If you go to hospital then there are no doctors and staff, the condition of education is also bad

If you go to hospital then there are no doctors and staff, the condition of education is also bad

If you go to hospital then there are no doctors and staff, the condition of education is also bad- इसराना। इसराना से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमा रहे राकेश सरोहा का कहना है कि शिक्षा उनके यहां पर एक बड़ा मुद्दा है। शिक्षा और उससे जुड़े स्कूलों के इस इलाके में जो हालात हैं वह किसी से छिपे नहीं हैं। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से खराब हो चुकी  हैं। अस्पतालों में चले जाओ तो डॉक्टर नहीं, अन्य कर्मचारी नहीं। दवाएं भी नहीं मिल पाती। गरीब व्यक्ति जाये तो कहां जाए।

क्या बड़े प्राइवेट अस्पतालों में जाने की उनकी हैसियत है? सरकार का लोगों की समस्याओं की ओर तो बिलकुल भी ध्यान नहीं। मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह से नदारद हैं। पब्लिक को पूछने वाला कोई नहीं। केवल पांच साल बाद चुनाव के समय ये राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदे नजर आते हैं।

बाकि जीतने के बाद कहां गायब  हो जाते हैं कुछ पता नहीं चलता। लोग सत्ता में परिवर्तन चाहते हैं, इसमें कोई दोराय नहीं लेकिन क्षेत्र से ऐसे नुमाइंदे को जिताने की दिशा में काम कर रहे जो उनके रोजाना जूझ रहे मसलों का हल निकाले। इस आकांक्षा पर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगा।