जातिगत जनगणना कराने के निर्णय का श्रेय राहुल गांधी को

Rahul Gandhi gets credit for the decision to conduct Caste Census
देश का वास्तविक एवं समावेशी विकास होगा सुनिश्चित
-नरेश चौहान
शिमला, 02 मई: Rahul Gandhi gets credit for the decision to conduct Caste Census: मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने आज यहां कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराने का जो निर्णय लिया गया है उसका सारा श्रेय विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जाता है जिन्होंने एक लम्बी लड़ाई लड़ी और आज केन्द्र सरकार को उनकी बात को मानने को बाध्य होना पड़ा । चौहान ने कहा कि चाहे पदयात्रा हो अथवा देश की संसद हो, राहुल गांधी हमेशा जनहित के मुद्दे उठाते हैं और हर वर्ग के लोगों की समस्याओं के लिए हमेशा खड़े रहते हैं
आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश में आज यह संदेश देने में सफल रही है कि वह प्रारम्भ से ही इस मुद्दे पर पूरी तरह से गंभीर थी। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस पार्टी और इसके नेता राहुल गांधी ने 11 साल तक एक लम्बी लड़ाई लड़ी लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार ने जानबूझकर इस मसले को लटकाए रखा। यहां तक सत्तासीन लोगोें ने जनगणना की बात करने वालों को शहरी नक्सलवादी तक कह दिया लेकिन आज वही लोग इस मुद्दे को मानने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं से प्रश्न किया कि यदि कांग्रेस पार्टी जातिगत जनगणना को लेकर शहरी नक्सलवाद की श्रेणी में थी क्या केन्द्र में सत्तासीन लोग भी इसी श्रेणी में आएंगे।
नरेश चौहान ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस पार्टी किसी प्रकार का राजनीतिक लाभ लेने की मंशा नहीं थी अपितु पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की यह सोच थी कि देश के अन्दर जो जनगणना है उसमें हर जाति के लोगों का एक डाटा देश के पास होना चाहिए। जातिगत जनगणना से देश का वास्तविक एवं समावेशी विकास सुनिश्चित होगा और दलितों,पिछ़डों, आदिवासियों तथा शोषित लोगों को अन्य वर्ग के लोगों के बराबर लाने तथा उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने में सफलता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र सरकार से यह जानना चाहती है कि उन्होंने इस मामले में आखिर इतनी देर क्यों लगा दी । हम जानना चाहते हैं कि अब इस मामले में सरकार का क्या रोडमैप होगा, इसकी क्या समयसीमा होगी और इसके लिए बजट का क्या प्रावधान होगा। केवल बिहार के चुनावों को देखते हुए इस प्रकार का दांव खेलने और सुर्खियां बनाने के लिए केन्द्र सरकार को इसका श्रेय लेने का कोई अधिकार नहीं है।
पहलगाम में हुई आतंकी घटना का दुख व्यक्त करते हुए चौहान ने कहा कि यह देश के लिए बहुत ही शर्मनाक और दुखदाई घटना थी। पूरा देश आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की ओर टकटकी लगाए देख रहा है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी पार्टी का स्टैण्ड स्पष्ट कर दिया है कि देश की एकता एवं अखण्डता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता सहन नहीं किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर चर्चा करते हुए मीडिया सलाहकार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने जनहित में जो कड़वे फैसले लिए हैं उनके निकट भविष्य में आशातीत परिणाम लोगों के सामने होंगे । उन्होंने कहा कि इन फैसलों से हमारे प्रदेश की आर्थिक स्थिति सही हुई है जिससे हमारा प्रदेश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विपक्ष के नेताओं को परामर्श दिया कि वह बेवजह की राजनीति करने से बाज आए और सरकार के नीतिगत फैसलों के परिणामों तक आने में संयम रखें।
भाजपा नेता रणधीर शर्मा पर कटाक्ष करते हुए चौहान ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी की बजाए अपनी पार्टी की चिन्ता करें क्योंकि भाजपा के भीतर लीडरशिप को लेकर आज जो वर्चग्स्व की जंग चल रही है, वह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि भाजपा आज उन लोगों को ही सम्भाल नहीं पा रही है जो कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा की स्थिति आज यह है कि उसकी धूरी आज जगत प्रकाश नड्डा, जयराम ठाकुर, राजीव बिन्दल और अनुराग ठाकुर जैसे नेताओं के पीछे घूम रही है जो अपनी महत्वाकांक्षा के चलते केन्द्र के नेताओं के पास अपनी लीडरशिप को चमकाने के सिवा और कुछ नहीं करते।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की यह मंशा जगजाहिर है कि आर्थिक तौर पर हिमाचल को कमजोर किया जाए। आपदा के 9200 करोड रूपये, एनपीएस कर्मचारियों के 9000 करोड रूपये और अन्य देनदारियां केन्द्र सरकार के पास लम्बित हैं लेकिन भाजपा नेता इन्हंे दिलाने मेें अपना सहयोग नहीं दे रहे हैं और सरकार को लगातार कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। भाजपा का ऑपरेशन लोटस भी असफल हुआ है लेकिन निजी स्वार्थ और सत्ता प्राप्त करने के लिए इस प्रकार के षडयंत्र करना भाजपा नेताओं को शोभा नहीं देता।
प्रधान मीडिया सलाहकार ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए सरकार पूरी तरह गम्भीर एवं प्रतिबद्ध है और इसके लिए कड़े फैसले भी लिए गए हैं। उन्होंने विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर को नसीहत दी कि वह सरकार को कोसने और लोगों को गुमराह करने की बजाए केन्द्र सरकार के पास प्रदेश के हितों की पैरवी करे और तथ्यों के साथ अपनी बात स्पष्ट करते हुए सही आंकड़े जनता के सामने रखे। जयराम ठाकुर यह बाखूबी जानते हैं कि जीएसटी का सारा कम्पनसेशन उनके कार्यकाल में आया जबकि राजस्व घाटा अनुदान समाप्त हो गया और अब केवल 3290 करोड़ बचा है। उनके कार्यकाल में इस प्रदेश को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। पहले वैट से और बाद में जीएसटी आने से प्रदेश का नुकसान हुआ।
हिमाचल निर्माता एवं प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डा.वाई एस परमार, जिनकी आज पुण्य तिथि है, को अपनी भावभीनी श्रद्धांजति अर्पित करते हुए नरेश चौहान ने कहा कि डा. परमार एक महान शख्सियत थे और हिमाचल को बनाने में उनके योगदान सदैव अविस्मरणीय है। प्रदेशवासी हमेशा उन्हें याद करते रहेंगे ।