Gangster Deepak Tinu reached Africa, see how he helped

गैंगस्टर दीपक टीनू पहुंचा अफ्रीका, देखें कैसे भागा किसने की मदद

Gangster Deepak Tinu reached Africa, see how he helped

Gangster Deepak Tinu reached Africa, see how he helped

लुधियाना।  पंजाब पुलिस की कस्टडी से फरार हुआ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी दीपक टीनू दक्षिण अफ्रीका पहुंच गया है। टीनू गैंगस्टर लॉरेंस का खासम खास A कैटेगरी का साथी है। बताया जा रहा है कि टीनू पुलिस कस्ट्डी से भागने के बाद राजस्थान पहुंचा और वहां से मुंबई होते हुए मॉरीशस पहुंचा, जहां से वह दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गया।

बताया जा रहा है कि फर्जी पासपोर्ट के जरिए टीनू दक्षिण अफ्रीका में दाखिल हुआ है। इससे पहले लॉरेंस का भाई और भांजा भी फेक पासपोर्ट की मदद से दुबई भाग चुके हैं। टीनू का लुधियाना में बड़ा नेटवर्क है। टीनू लुधियाना में अवैध वसूली और ड्रग्स का कारोबार करता रहा है। टीनू को भगाने वाले आरोपी लुधियाना के ही 3 व्यक्ति पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।

बता दें कि टीनू अपनी गर्लफ्रेंड से मिले बिना गया है। वह भी अब उसे कोस रही है। बताया जा रहा है कि राजस्थान तक दोनों साथ थे। वहां अलग होते समय टीनू ने गर्लफ्रेंड को कहा था कि वह उसे मुम्बई में मिलेगा, लेकिन उसने जतिंदर कौर के साथ धोखा किया। टीनू उसे मिलने की बजाए सीधा मॉरीशस के रास्ते साउथ अफ्रीका भाग गया और जतिंद्र कौर को पुलिस ने पकड़ लिया। सूत्रों के मुताबिक, इसी तरह गोल्डी बराड़ ने भी अपने शार्प शूटरों को धोखा दिया था। गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला कत्ल के बाद शार्प शूटरों को पैसे नहीं दिए थे।

गैंगस्टर दीपक टीनू CIA इंचार्ज सब इंस्पेक्टर प्रीतपाल सिंह (अब बर्खास्त) के सरकारी घर से फरार हुआ। सूत्रों के मुताबिक, प्रीतपाल उसे हवालात से अपने घर ले गया था, जहां उसने टीनू की मुलाकात उसकी गर्लफ्रेंड से कराई। इसी दौरान प्रीतपाल एक कमरे में सो गया। टीनू और उसकी गर्लफ्रेंड पहले से तय प्लानिंग के हिसाब से फरार हो गए। पंजाब पुलिस के अफसर जांच की बात कहकर पूरे मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं।

सब इंस्पेक्टर का घर पॉश इलाके में है, जहां दूसरे कई बड़े अफसर भी रहते हैं। ऐसे में अब इस इलाके की सिक्योरिटी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यह भी पता चला है कि टीनू पुलिस कस्टडी से छूट कर विदेश भागने के लिए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में था। माना जा रहा है कि उसकी फरारी के पीछे कनाडा से भागकर अमेरिका पहुंचे गोल्ड़ी बराड़ का हाथ है, जो कैलिफॉर्निया स्थित सेफ हाउस में छिपा बैठा है।

बता दें कि गैंगस्टर टीनू पिछले दिनों जेल में बंद था। जेल से ही वह मूसेवाला हत्याकांड के मास्टर माइंड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में आया। टीनू से जेल में कुछ दिन पहले मोबाइल भी बरामद हुआ था। जेल में ही बैठ कर उसने फरार होने की पूरी प्लानिंग की। सब इंस्पेक्टर को हथियार बरामदगी का झांसा दिया। सूत्रों की मानें तो पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद उसके कनाडा, अमेरिका या नेपाल के रास्ते दुबई भागने की प्लानिंग थी, जिसके मद्देनजर उसका लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर दिया गया था।

सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर से उसके 2 मोबाइल बरामद किए हैं। इनमें टीनू की गर्लफ्रेंड का नंबर भी मिला था। पूछताछ में सब इंस्पेक्टर अभी भी दीपक टीनू से AK47 जैसे हथियार बरामद करवाने का दावा कर रहा था, लेकिन टीनू को भगाने में उसी का हाथ है।

गैंगस्टर टीनू की फरारी मामले में पुलिस को पता चला है कि टीनू ने बैंक से कैश भी निकलवाया है। जिस बैंक या ATM से टीनू ने पैसे निकलवाएं हैं, उसके CCTV पुलिस चैक कर रही है। सूत्र बताते हैं कि टीनू की गर्लफ्रेंड जतिंदर कौर ने पुलिस को बताया कि टीनू के पास करीब 10 लाख रुपए थे।

लॉरेंस गैंग का खास गैंगस्टर दीपक टीनू पहले भी पुलिस कस्टडी से भाग चुका है। साल 2017 में वह पेशी के वक्त पंचकूला से भाग गया था। दिसंबर 2017 में भिवानी पुलिस ने बैंगलुरू से उसे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन इस बार वह पंजाब पुलिस की हिरासत से भाग निकला।

गैंगस्टर दीपक कुमार उर्फ टीनू हरियाणा के भिवानी जिले का रहने वाला है। उसके पिता पेंटर हैं। टीनू पर हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास समेत 35 से अधिक केस दर्ज हैं। वह 2017 से जेल में था। पिछले करीब 11 साल से वह लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ है। उसने भिवानी में बंटी मास्टर की हत्या की थी। पंजाब में गैंगस्टर लवी दियोड़ा को मारा था। उसका छोटा भाई चिराग भी नशीले पदार्थों की तस्करी करता है।