पल भर में रंग में पड़ा भंग: जयमाला के वक्त दूल्हे को लगी गोली

पल भर में रंग में पड़ा भंग: जयमाला के वक्त दूल्हे को लगी गोली

पल भर में रंग में पड़ा भंग: जयमाला के वक्त दूल्हे को लगी गोली

पल भर में रंग में पड़ा भंग: जयमाला के वक्त दूल्हे को लगी गोली

ओखलकांडा ब्लॉक के सुनकोट में सोमवार को जयमाला कार्यक्रम के दौरान अचानक गोली चली और दूल्हे की पीठ को रगड़ती हुई निकल गई। इससे वहां अफरातफरी मच गई। वैवाहिक कार्यक्रम रोक दिए गए। घायल दूल्हे को पाटी (चंपावत) में प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर किया गया है। हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है।

गोली किसने चलाई, इसका पता नहीं चल सका है। सूचना पर मुक्तेश्वर पुलिस और राजस्व पुलिस ने गांव पहुंचकर जानकारी जुटाई। सोमवार को देवीधुरा (चंपावत) निवासी दीवान सिंह के बेटे विजय लमगड़िया की बरात सुनकोट निवासी राम सिंह बोहरा के यहां आई थी। दोपहर करीब एक बजे बरात लड़की के घर पहुंची। स्वागत के बाद बराती खाना खाने लगे।

वहीं दूल्हा और दुल्हन को जयमाला के लिए घर की छत पर ले जाया गया। वहां जयमाला के साथ दूल्हा-दुल्हन की फोटोग्राफी चल रही थी। दोपहर दो बजे अचानक गोली चली जो दूल्हे विजय की पीठ को छूते हुए निकल गई। गोली लगने से विजय घायल हो गया। इससे शादी समारोह में अफरातफरी मच गई। परिवारजन घायल दूल्हे को अस्पताल ले जाने के लिए चल पड़े।

दो किमी पैदल चलकर दूल्हा सड़क तक पहुंचा

करीब दो किमी पैदल चलकर दूल्हा सड़क तक पहुंचा, जहां से उसे पाटी (चंपावत) के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे हल्द्वानी के एसटीएच के लिए रेफर कर दिया। भाजपा नेता चतुर सिंह बोहरा ने बताया कि गोली किसने और क्यों चलाई, इसका पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से गांव में दहशत है। साथ ही लड़की वाले भी सहमे हुए हैं। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना देने के बाद राजस्व और मुक्तेश्वर पुलिस गांव पहुंच गई है।

दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल, पिता हुए बेहोश

जयमाला के दौरान गोली लगने और दूल्हे के घायल होने पर खुशियों भरा माहौल एक पल में बदल गया। दुल्हन के पिता राम सिंह बेहोश हो गए तो दुल्हन का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ओखलकांडा ब्लॉक के सुनकोट गांव में सोमवार को हंसी खुशी का माहौल था। सुबह से ही गांव के लोग बरात की तैयारियों में जुटे थे। दोपहर एक बजे देवीधुरा (चंपावत) से बरात पहुंची तो पूरा गांव आवभगत में लग गया। बराती खाना खाने लगे, तो परिवार के लोग वैवाहिक रस्में निभाने लगे। अचानक चली गोली ने सब कुछ बदल दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि दूल्हे और दुल्हन की किसी से कोई रंजिश नहीं है। ऐसे में किसने और किस मकसद से गोली चलाई कुछ पता नहीं चल रहा है। 

आज होने वाला महिला संगीत और प्रीतिभोज भी टला

बरात के रंग में भंग पड़ गया। दुल्हन के साथ बेटे का इंतजार करने वाले परिवार के लोग अब बेटे की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं। वारदात के बाद से पिता दीवान सिंह लमगड़िया और मां सावित्री देवी और परिजन सदमे में हैं। बरात के स्वागत सत्कार से लेकर जश्र की तैयारी रोक दी गई। 17 मई को होने वाला महिला संगीत और प्रीतिभोज भी स्थगित कर दिया गया है। विजय के एक भाई रमेश लमगड़िया की कुछ साल पूर्व शादी हो चुकी है। एसडीएम धारी योगेश सिंह मेहरा ने बताया कि गोली लगने से दूल्हे के घायल होने की जानकारी मिलते ही राजस्व पुलिस और मुक्तेश्वर पुलिस को मौके पर भेजा गया। गोली किसने और किस वजह से चलाई, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जिसने भी गोली चलाई है, उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल दूल्हे को उपचार के लिए हल्द्वानी भेजा गया है।

- मामला राजस्व क्षेत्र से जुड़ा हुआ है लेकिन घटना का पता चलते ही मुक्तेश्वर पुलिस को मौके पर भेजा गया है। प्रथमदृष्टया कोई भी पुरानी रंजिश निकलकर सामने नहीं आई है। साथ ही अभी तक परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं आई है। - प्रमोद साह, सीओ भीमताल।

बराती लौट गए

भाजपा नेता चतुर बोहरा ने बताया कि दोनों सामान्य और सीधे परिवार से ताल्लुक रखते हैं। राम सिंह बोहरा देहरादून में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने बड़े अरमानों से बेटी का विवाह कराने के लिए तमाम इंतजाम किए थे। दूल्हा विजय हल्द्वानी में एक डेंटल हॉस्पिटल में काम करता है। उन्होंने बताया कि गोली चलने की आवाज तक नहीं आई। पहली बार गांव में गोली चलने की घटना हुई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल गांव में स्थिति सामान्य है, लेकिन गोली किसने चलाई इसका जल्द पता चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिस समय घटना घटी उस समय तक बहुत से बराती और घराती खाना खा चुके थे। घटना के बाद वैवाहिक कार्यक्रम रोक दिए गए। बराती लौट गए हैं, जबकि लड़के के कुछ परिजन गांव में ही रुके हैं।

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