Enactus board vandalized in chemical engineering department

Chandigarh: PU के कैमिकल इंजीनियरिंग विभाग में इनेक्टस बोर्ड में तोडफ़ोड़

Enactus board vandalized in chemical engineering department

Enactus board vandalized in chemical engineering department

Enactus board vandalized in chemical engineering department- चंडीगढ़, 28 अप्रैल (साजन शर्मा)। पंजाब यूनिवर्सिटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के तीन स्टूडेंट्स ने विभाग के कोरिडोर में लगा एक सोसायटी का छह फुट  बाय तीन फुट का बड़ा बोर्ड लोहे की रॉड से न केवल तोड़ा बल्कि उसमें लगा पोस्टर भी फाड़ दिया। बाद में इस बोर्ड को दोबारा टांगने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं कर पाये। पोस्टर फाडऩे से पहले बोर्ड में लगा ताला भी उन्होंने लोहे की रॉड से तोड़ा।

इतना ही नहीं जब स्टूडेंट्स यह हरकत कैद करते हुए विभाग में लगे एक कैमरे में कैद हो गये, तो उन्होंने गलती स्वीकार नहीं की बल्कि उल्टा धौंस जमाते हुए कथित तौर पर स्टूडेंट्स के एक हुजूम को विभाग में बुलवा लिया और उनसे विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करवाई। बताया जा रहा है कि इनमें ज्यादातर आऊटसाइडर थे जो इसे छोटी सी घटना करार दे रहे थे और टीचरों के खिलाफ ही गुस्सा जाहिर कर रहे थे। चूंकि बोर्ड विभाग की इनेक्ट्स सोसायटी का तोड़ा गया था लिहाजा इसकी शिकायत वाइस चांसलर रेनु विग सहित डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन डा. रुमीना, डीएसडब्लयू प्रो. जितेंद्र ग्रोवर, रजिस्ट्रार वाईपी वर्मा सहित विभाग की चेयरपर्सन अमृत को भी भेजी गई है। इनेक्ट्स की हैड प्रो. सीमा कपूर से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती क्योंकि मामला हायर अथॉरटी के सुपुर्द है।

उधर चेयरपर्सन ने स्टूडेंट्स की इस अनुशासनहीनता की फुटेज अपने पास रख ली है जिसे जरूरत पडऩे पर उच्चाधिकारियों को सौंपा जा सकता है, लेकिन अभी तक उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचाई गई है। बाकि दो कैमरों की सीसीटीवी फुटेज जरूर डीयूआई तक पहुंचा दी गई है। डीयूआई रूमिना सेठी इस फुटेज को उपलब्ध कराने को लेकर चेयरपर्सन को पत्र लिख चुकी है। सारे प्रकरण को लेकर विभाग की अकैडमिक कमेटी की मीटिंग भी हो चुकी है और ज्यादातर टीचरों ने स्टूडेंट्स के इस कृत्य को घोर अनुशासनहीनता करार देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इनका कहना है कि आज इन्होंने बड़े बोर्ड को तोड़ा, कल टीचरों के कमरे के तालों को तोड़ेंगे।

अगर इन्हें बिना किसी कार्रवाई के छोड़ा गया तो भविष्य में इनके हौंसले खुल जाएंगे। उधर कुछ टीचरों ने स्टूडेंट्स का करियर देखते हुए मामले में उनसे माफी मंगाने की पैरवी की है ताकि इनका भविष्य खराब न हो। उधर जानकारी के अनुसार सारे प्रकरण को देखते हुए पीयू अथॉरटी एफआईआर भी दर्ज करा सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के कुछ टीचर भी आपसी रंजिश में इन स्टूडेंट्स के इस कृत्य को गलत बताने की बजाये उन्हें बचाने व साथ देने में लगे हैं। सारे प्रकरण की जानकारी सिक्योरटी चीफ विक्रम सिंह को भी दी गई जिन्होंने अन्य टीचरों के साथ स्टूडेंट्स की रॉड से बोर्ड को तोड़ती सीसीटीवी फुटेज भी देखी।

सीसीटीवी फुटेज में दर्ज सारा प्रकरण

केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में 27 मार्च को घटी इस घटना में विभाग के ही तीन छात्रों जिसमें दो लडक़े थर्ड ईयर और एक लडक़ी फर्स्ट ईयर शामिल रहे। इन्होंने इनेक्टस के बोर्ड तोड़ डाले जिन्हें सीसीटीवी फुटेज में रंगे हाथों पकड़ा गया। फुटेज में देखा जा सकता है कि ताला और शीशा तोड़ा गया और बोर्ड के अंदर का पोस्टर फाड़ा गया और पोस्टर के एक हिस्से को एक छात्र ले गया। इनेक्ट्स की टीम ने चेयरपर्सन से मुलाकात की और अपनी शिकायत सौंपी। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई और अपराधियों का पता लगाने के लिए विभाग में विभिन्न स्थानों पर लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया लेकिन विभागाध्यक्ष सहमत नहीं हुए। इस तोड़-फोड़ पर 9 अप्रैल तक अध्यक्ष द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जिस पर 11 अप्रैल को घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज को चेयरपर्सन के कार्यालय में चेयरपर्सन, फैकल्टी, छात्रों और सुरक्षा कर्मचारियों, पी.यू. की उपस्थिति में चेक किया गया जिसमें 3 छात्रों की सीसीटीवी फुटेज में पहचान की गई। पहली मंजिल पर बाहर लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से छात्रों में से एक, सक्षम को रॉड से ताला तोड़ते और अंदर पोस्टर को फाड़ते हुए देखा गया। जबकि दो अन्य छात्रों ने उसकी मदद की। हालांकि, अध्यक्ष द्वारा उन पर अपने स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।