Corruption free administration in Punjab

Punjab: बिजली विभाग लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन प्रदान करने के लिए वचनबद्ध : हरभजन सिंह ई. टी. ओ.

Corruption free administration in Punjab

Corruption free administration in Punjab

Corruption free administration in Punjab- पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो सहनशीलता नीति को दोहराते हुये पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने आज कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के लोगों को भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है और इस सम्बन्धी सभी ज़रुरी प्रयास किये जा रहे हैं।

पिछले कुछ समय के दौरान पी. एस. पी. सी. एल. के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की तरफ से भ्रष्टाचार में शामिल होने सम्बन्धी मामलों को गंभीरता से लेते हुये कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मान सरकार की तरफ से भ्रष्टाचार में शामिल किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को बख़्शा नहीं जायेगा और ऐसे अधिकारियों/ कर्मचारियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी।

बिजली मंत्री ने कहा कि हाल ही में पी. एस. पी. सी. एल. में भ्रष्टाचार के मामले में शामिल इंजी. गुरजिन्दर सिंह, एस. डी. ओ. डी. एस. सब डिवीज़न मुबारकपुर के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही अमल में लाई गई है जिस पर औद्योगिक कुनैकशन जारी करने के मामले में आवेदक को तंग-परेशान करने के दोष लगे थे और उसे पी. एस. पी. सी. एल. के इनफोरसमैंट विंग की तरफ से की गई जांच के उपरांत तारीख़ 28- 04- 2023 को तुरंत मुअत्तल कर दिया गया था।

इसी तरह पी. एस. पी. सी. एल. के टैक्निकल ऑडिट विंग की तरफ से जांच के उपरांत पी. एस. पी. सी. एल. स्टोरों से निकाली सामग्री के गबन में शामिल होने के दोष अधीन इंजी. हरजीत सिंह एस. डी. ओ. और इंजी. दर्शन सिंह एस. डी. ओ. को भी 28- 04- 2023 को मुअत्तल कर दिया गया था।

इसके इलावा उसी केस में डी. एस. सब-डिवीज़न बस्सियां के इंजी. छिन्दर पाल सिंह एस. डी. ओ., इंजी. दलजीत सिंह जे. ई. और लाईनमैन अजीतपाल सिंह को भी बड़े स्तर पर सामग्री के गबन के दोष अधीन मुअत्तल किया गया है। इससे पहले पी. एस. पी. सी. एल. के ऑडिट विंग की तरफ से की गई जांच के उपरांत पी. एस. पी. सी. एल. के फंडों में घपले के दोष अधीन इंजी. सुमेल सिंह, अतिरिक्त एस. ई. डी. एस. डिवीजन, अमलोह और उसके डिवीजनल अकाउँटैंट किरन कुमार को भी मुअत्तल कर दिया गया था।

उन्होंने बताया कि इन दोनों मामलों में एफ. आई. आर. दर्ज की गई है और इन मामलों में सीनियर अधिकारियों की शमूलियत की जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों में शामिल पाये गए किसी भी शख्स को बख़्शा नहीं जायेगा।

बिजली मंत्री ने आगे बताया कि बिजली विभाग के किसी भी मुलाज़िम की तरफ से किसी भी स्तर पर उपभोक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और भ्रष्टचार सम्बन्धी गतिविधियों में शामिल होने को बर्दाश्त नहीं करेंगे और भविष्य में भी दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी।

स. हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने पंजाब निवासियों को भी अपील की कि वे राज्य में से रिश्वतखोरी को जड़ से उखाड़ने के लिए राज्य सरकार को अपना सहयोग दें और यदि बिजली विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की माँग करता है तो तुरंत उनके दफ़्तर को सूचना दी जाये।