सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दो घंटे की पेन-डाउन स्ट्राइक, ओपीडी मरीजों को हुई भारी परेशानी

सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दो घंटे की पेन-डाउन स्ट्राइक, ओपीडी मरीजों को हुई भारी परेशानी

Civil Hospital doctors went on a two-hour pen-down Strike

Civil Hospital doctors went on a two-hour pen-down Strike

अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला, 27 नवंबर।
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज़ एसोसिएशन के आह्वान पर गुरुवार को पंचकूला सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दो घंटे की पेन-डाउन स्ट्राइक की, जिससे ओपीडी के मरीजों को भारी परेशानी हुई।
सुबह 9 बजे से 11 बजे तक ओपीडी पूरी तरह बंद रही। स्ट्राइक के दौरान, डॉक्टरों ने हॉस्पिटल के अंदर धरना दिया और सीनियर मेडिकल ऑफिसर्स (एसएमओ) की सीधी भर्ती की स्वीकृति देने के सरकार के फैसले का विरोध किया।

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजेश ख्यालीया समेत

प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, यह पॉलिसी मेडिकल कैडर के अंदर सीनियरिटी स्ट्रक्चर और प्रमोशन सिस्टम को कमजोर करती है। उन्होंने कहा कि स्टेट एक्शन कमेटी की एक जरूरी मीटिंग 30 नवंबर को होगी। अगर सरकार तब तक कोई फ़ैसला नहीं लेती है, तो कमेटी आगे की कार्रवाई की घोषणा कर सकती है - जिसमें जरूरत पड़ने पर पूरे दिन की हड़ताल की संभावना भी शामिल है। डॉक्टरों का कहना था कि वे स्ट्राइक पर हैं क्योंकि उनकी एसोसिएशन सीनियर मेडिकल ऑफिसर्स (एसएमओ) की सीधी भर्ती को तुरंत रोकने और मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (एसीपी) स्ट्रक्चर जारी करने की मांग कर रही है।

इस बीच, हड़ताल की वजह से ओपीडी के अलग-अलग डिपार्टमेंट में लंबी लाइनें लग गईं। ज्यादातर लोगों को हड़ताल के बारे में पता नहीं था। डॉक्टरों की हड़ताल का ग्रामीण इलाकों में भी असर रहा। मरीजों को सिविल अस्पताल की तरफ रुख करना पड़ा। वहां भी लंबी कतारों के चलते स्ट्राइक खत्म होने के बाद भी मरीजों का अस्पताल आना जारी रहा। मरीजों को डर सता रहा है कि 30 नवंबर तक डॉक्टर कभी भी स्ट्राइक कर सकते हैं और अगले दो दिन हालात को देखते हुए सीनियर डॉक्टरों को तैनात किया जा रहा है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को किसी तरह की सेवा में कौताही से इनकार किया। सीएमओ, एसएमओ भी अस्पताल में मरीजों का जायजा लेते रहे।