बुरे सपनों की वजह से बार-बार खराब होती है नींद, तो करें ये ज्योतिष उपाय

बुरे सपनों की वजह से बार-बार खराब होती है नींद, तो करें ये ज्योतिष उपाय

Astrology Jyotish Upaay

Astrology Jyotish Upaay

Astrology Jyotish Upaay: स्वप्न शास्त्र के अनुसार रात को गहरी नींद में आने वाले सपने व्यक्ति को उसके भविष्य(future) में आने वाली घटनाओं के बारे में संकेत देते हैं. हर व्यक्ति चाहे वह किसी भी उम्र का हो, सपना अवश्य देखता है. कुछ सपने अच्छे होते हैं और कुछ सपने बहुत डरावने होते हैं. कुछ लोग तो रात में आने वाले इन डरावने सपनों के कारण देर रात तक ना सोने की आदत डाल लेते हैं. सपनों की दुनिया बहुत विचित्र होती है, यहां पर हमारा कोई किसी भी प्रकार का बस नहीं चलता. कुछ सपने ऐसे भी होते हैं, जो उठने के बाद हमें याद नहीं रहते, लेकिन बुरे सपने कई बार हमें बेहद डरा जाते हैं, जिनसे बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में कई उपाय बताए गए हैं. इनके बारे में हमे बता रहे हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा. 

बुरे सपनों से मुक्ति के लिए ज्योतिष उपाय / Astrological remedies to get rid of bad dreams

-ज्योतिष शास्त्र मानता है कि घर के अंदर की नकारात्मक ऊर्जा भी बुरे सपनों का एक कारण होती है. यदि आप रात में सोने से पहले अपने कमरे में और पूरे घर में कपूर जलाकर उसका धुआं फैला दें तो घर की नकारात्मकता कम हो जाएगी.

-आपने बच्चों को कई बार रात में अचानक उठ कर रोते हुए देखा होगा. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो प्रत्येक मंगलवार या शनिवार के दिन फिटकरी के कुछ टुकड़े लेकर सोते समय बच्चों के सिरहाने रख दे. ऐसा माना जाता है कि इससे बच्चों को डरावने सपने नहीं आएंगे.

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोर पंख भी बुरे सपने को रोकने में मददगार होता है, जिसके लिए आप मोर पंख को सोते समय तकिया के नीचे रख लें. ऐसा करने से बुरे सपने आना बंद हो जाएंगे.

-मान्यता के अनुसार यदि किसी व्यक्ति को लगातार कोई बुरा सपना परेशान कर रहा हो तो उसे अपने बिस्तर या तकिए के नीचे कोई पैनी चीज जैसे चाकू, कैंची, नेल कटर रखना चाहिए. ज्योतिष में ऐसा माना गया है कि ऐसा करने से बुरे सपने आना बंद हो जाते हैं.

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

यह पढ़ें:

Badrinath: श्री हरि का पवित्र धाम बद्रीनाथ, यहां लिखा गया था पांचवां वेद

माघ मास में भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए करें इन नियमों का पालन