अरुण जैन को मिला लघुकथा श्री कृति सम्मान

अरुण जैन को मिला लघुकथा श्री कृति सम्मान

Arun Jain received the short story Shri Kriti Samman

Arun Jain received the short story Shri Kriti Samman

लघुकथा संग्रह 'ममतामृत 'लोकर्पित.ल

फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Arun Jain received the short story Shri Kriti Samman: भोपाल, देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था,लघुकथा शोध केंद्र समिति  भोपाल द्वारा आयोजित एक गरिमामय समारोह में अमृता हॉस्पिटल फ़रीदाबाद में सेवारत इंजी. अरुण कुमार जैन को उनके लघुकथा संग्रह'नींव का पत्थर'के लिए वर्ष 2025 का लघुकथा श्री कृति सम्मान प्रदान किया गया।
विश्व लघुकथा दिवस पर भोपाल के हिंदी भवन के मुख्य सभागार में आयोजित कार्यक्रम में साहित्य व शिक्षा का अंतर्सम्बन्ध बिषय पर देशभर के विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किये व कहा कि श्रेष्ठ साहित्य से ही शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा व एक सभ्य, प्रगति शील समाज निर्मित होगा.
          संस्था की ऊर्जावान अध्यक्षा डॉ कांता राय ने श्री जैन की कृति नींव का पत्थर का परिचय देते हुये कृति को स्वस्थ मनोरंजन व समाज को श्रेष्ठ दिशा देने वाली पुस्तक बताया. कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र दीपक पूर्व निदेशक साहित्य अकादमी म. प्र., डॉ उमेश सिंह, सुरेश नीरव दिल्ली,  घनश्याम मैथिल,  गोकुल सोनी ने अरुण जैन को प्रशस्ति पत्र, श्रीफल,माला, शाल प्रदान कर सम्मानित किया।
 अरुण जैन ने कृति नींव का पत्थर की लघुकथाओं के सृजन की पृष्ठभूमि से परिचय कराते हुए बताया कि अधिकांश लघुकथाएं उनके भुवनेश्वर प्रवास के समय के विभिन्न अनुभवों के बिम्ब हैं जो सारे देश के पाठकों द्वारा उस सन दो हजार के दशक में सराही गयीं.
  इसी कार्यक्रम में अरुण जैन के नये लघुकथा संग्रह'ममतामृत' का लोकार्पण भी हुआ। इसकी भूमिका डॉ कांता राय अध्यक्ष लघुकथा शोध केंद्र समिति द्वारा लिखी गयी है। उन्होंने कहा कि इस कृति में ऑपरेशन सिंदूर की रचनाओं के समावेश से कृति का सौंदर्य और प्रभावी हुआ है। ममतामृत के पाठक स्नेह, करुणा, ममता व कर्तव्य निर्वाहन के साथ साथ देश के प्रति समर्पण के भाव में भी संवर्धन करेंगे।
ललितपुर के मूल निवासी अरुण जैन विगत 8 वर्षों से पूज्य माता अमृतआनंदमयी द्वारा स्थापित देश के गौरवशाली स्वास्थ्य संस्थान अमृता हॉस्पिटल फ़रीदाबाद में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उनके साहित्य सृजन में काव्य, कथा, लघुकथा, उपन्यास, नाटक सहित 20 से अधिक कृतियाँ हैं। दूरदर्शन, आकाशवाणी से जुड़े श्री जैन की रचनाओं के 3000 से अधिक प्रकाशन हुये हैं. देश भर की संस्थाओं से सम्मानित श्री अरुण जैन इन दिनों ऑपरेशन सिंदूर, आप भी सीमा पर, एक संयुक्त काव्य संकलन प्रकाशित करा रहे हैं, जो कलमकर्मियों की राष्ट्र के प्रति श्रद्धा व सम्मान से जन जन को परिचय कराएगा.
दिन भर चार सत्रों में सम्पन्न इस कार्यक्रम में म. प्र.,उ. प्र. छत्तीसगढ़, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा व दिल्ली के साहित्य मनीषीओ ने भाग लिया।