Benefits of Oiling Navel: नाभि में तेल लगाने से स्किन होती है खूबसूरत, जानिए और भी चमत्कारी फायदे

Benefits of Oiling Navel: नाभि में तेल लगाने से स्किन होती है खूबसूरत, जानिए और भी चमत्कारी फायदे

Benefits of Oiling Navel

Benefits of Oiling Navel: नाभि में तेल लगाने से स्किन होती है खूबसूरत, जानिए और भी चमत्कारी फायदे

दिल्ली। Benefits of Oiling Navel: नाभि शरीर का केंद्र बिंदु है। इसके पीछे पेकोटि ग्रंथि होती है, जो शरीर के विभिन्न ऊतकों और नसों से जुड़ी होती है। इसके लिए नाभि को बहुत शक्तिशाली अंग माना जाता है। नाभि खिसकने से पेट संबंधी विकार होते हैं। इससे पाचन तंत्र में गड़बड़ी पैदा होती है और दस्त की समस्या होती है। इसके लिए शरीर के सभी अंगों की भांति नाभि का विशेष ख्याल रखना चाहिए। जानकारों की मानें तो नाभि में तेल लगाने या डालने से पेकोटि ग्रंथि तुरंत तेल को अवशोषित कर लेती है। इससे व्यक्ति की सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से सेहतमंद रह सकता है। इसके अलावा, नाभि में तेल लगाने के कई अन्य फायदे भी हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

-नाभि और उसके आसपास तेल लगाने से तनाव में आराम मिलता है। साथ ही मानसिक सेहत में सुधार होता है। इसके लिए रोजाना नाभि में तेल लगाएं।

-ऐसा माना जाता है कि नाभि में तेल लगाने से त्वचा में निखार आता है। इससे शरीर को पोषण प्राप्त होता है।

-कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी से जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। इसके अलावा, जोड़ों में दर्द के कई अन्य कारण भी हैं। नाभि में तेल लगाने से  जोड़ों के दर्द में बहुत जल्द आराम मिलता है।

-आंखों के लिए भी नाभि में तेल लगाना फायदेमंद होता है। नाभि में तेल लगाने से आंखों को पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। इससे आंखों के ड्राइनेस से भी राहत मिलता है।

-जानकारों की मानें तो नाभि में तेल लगाने से प्रजनन क्षमता में सुधार होता है। महिला और पुरुष दोनों ही प्रजनन शक्ति बढ़ाने के लिए नाभि में तेल लगा सकते हैं। इसके लिए नारियल या जैतून का तेल नाभि में लगाएं।

-ऐसा कहा जाता है कि नाभि में तेल लगाने से बाल काले होते हैं। इससे असमय बालों के पकने और गिरने की समस्या से भी निजात मिलता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।