11 eco-tourism sites identified in the state, tourism activities will be conducted in one hectare area
BREAKING
शॉकिंग! घोड़ी पर बैठे दूल्हे को हार्ट अटैक; अचानक मौत का LIVE वीडियो हैरान कर रहा, पल में तबाह हुईं शादी की खुशियां, पसरा मातम चंडीगढ़ जैसे शहर में भी विदेश भेजने के नाम पर ठगी; ये 2 इमीग्रेशन कंपनी पुलिस के शिकंजे में, एजेंट लाखों लेकर कर रहे थे खेल 10 हजार सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला; अमेरिका में एलन मस्क की सलाह पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये क्या किया? प्रेमानंद महाराज का लोगों को जरूरी मैसेज; कहा- हमारी कहीं भी कोई ब्रांच नहीं, आश्रम में वार्तालाप और सत्संग भी फ्री, ये 7 पॉइंट्स पढ़िए महाकुंभ पर 1500 करोड़ खर्च कर 3 लाख करोड़ की कमाई; जरा CM योगी को यहां सुन लीजिए, अब तक 50 करोड़ लोग पवित्र डुबकी लगा चुके

Himachal : प्रदेश में 11 ईको-टूरिज्म स्थल चिन्हित, एक हेक्टेयर क्षेत्र में संचालित होंगी पर्यटन गतिविधियां

Himachal-Pradesh-Eco-Touris

11 eco-tourism sites identified in the state, tourism activities will be conducted in one hectare ar

11 eco-tourism sites identified in the state, tourism activities will be conducted in one hectare area : शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में ईको-टूरिज्म पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए आवश्यक अधोसंरचना विकसित की जा रही है। यह बात मुख्यमंत्री ने यहां हिमाचल प्रदेश ईको-टूरिज्म सोसाइटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वन क्षेत्रों में 11 ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। इनमें पालमपुर वन मंडल में स्वार, सौरभ वन विहार, न्यूगल पार्क, बीड़-बिलिंग, पार्वती वन मंडल में कसोल, खीर गंगा व सुमारूपा, सिराज में सोझा, कोटगढ़ में नारकंडा और शिमला वन मंडल के तहत शोघी कैंपिंग स्थल व पोटर हिल कैंपिंग स्थल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईको-पर्यटन स्थल एक हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा। आउटसोर्सिंग के माध्यम से विकसित व संचालित किए जाने वाले इन स्थलों के लिए आरक्षित मूल्य निर्धारित किया गया है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल को अलौकिक सौंदर्य से नवाजा है और हिमाचल की मनभावन वादियां देश-विदेश सेे सैलानियों को आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा कि ईको-पर्यटन को प्रोत्साहित करने से राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में भी इजाफा होगा तथा प्रदेश में रोजग़ार और स्वरोजग़ार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य स्थानों पर भी ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित कर उन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।

बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार व संजय अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव वन अमनदीप गर्ग, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन राजीव कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

ये भी पढ़ें...

Himachal : आपदा से निपटने के लिए जागरूकता आवश्यक, मुख्यमंत्री ने नागरिक एकजुटता मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

 

ये भी पढ़ें...

Himachal : 191 बच्चों को प्रदान किये 44 लाख 88 हजार रुपए के वित्तीय लाभ: एडीसी