सावन में रुद्राक्ष पहनने का है खास महत्त्व, जानें रुद्राक्ष से जुड़ी यह बातें जिससे बदल सकती है आपकी जिंदगी

sawan 2025: 11 जुलाई से सावन महीने का शुभारंभ होने वाला है। महादेव के सभी भक्त उन्हें खुश करने के प्रयास में और उनकी कृपा पाने के प्रयास में अलग-अलग विधि अपनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन के महीने में रुद्राक्ष पहनने का अपना एक अलग ही महत्व है और इससे महादेव की कृपा भी बनी रहती है। हालांकि रुद्राक्ष को केवल सावन में ही नहीं बल्कि हमेशा अपने शरीर से चिपकाकर रखना चाहिए, कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से महादेव स्वयं आपकी रक्षा करते हैं। तो लिए जानते हैं रुद्राक्ष से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो आपकी जिंदगी को बदल सकती है।
स्वास्थ के लिए है अत्यंत लाभकारी
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना गया है। मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव का एक अंश हैं। ऐसे में इसे लेकर सनातन धर्म में विशेष महत्व है। यह साधक के जीवन में आध्यत्मिक महत्व निभाता है। कहा जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से बना है, इसलिए संसार में इससे ज्यादा पवित्र कुछ भी नहीं है। इसे धारण करने वाले साधक पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है, इसलिए शिवभक्त से हर हाल में धारण करते हैं। रुद्राक्ष धारण करने धार्मिक ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।
कितने रुद्राक्ष पाए जाते हैं?
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष की अपनी अलग-अलग मान्यता है। ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने वाले जातक के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। बता दें कि रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक पाए जाते हैं, जिनकी अपनी अलग खासियत है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति रुद्राक्ष को नियमानुसार और विधिपूर्वक धारण करते है वह हर संकट से दूर तो रहता ही है, साथ ही कुंडली में ग्रहों की स्थिति भी सही रहती है।
क्या क्या होते है रुद्राक्ष धारण करने के फायदे?
- मान्यता है कि रुद्राक्ष पहनने से सदा शिव की कृपा आपके साथ रहती है।
- अगर आपको कोई शारीरिक कष्ट होने वाला है तो यह आपको पहले ही संकेत दे देता है या फिर आपकी विपत्ति खुद पर सह लेता है।
- रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति पर मां लक्ष्मी सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखती हैं।
- रुद्राक्ष पहनने मात्र से व्यक्ति के सारे पापों का नाश हो जाता है।
- रुद्राक्ष पहनने से मन शांत रहता है और एकाग्रता बढ़ती है।
- इसे पहनने वाले जातक के सभी हानिकारक ग्रह के प्रभाव भी कम हो जाते हैं।