Parle-G बिस्किट का पैकेट 2,300 रुपये में बिक रहा; युद्ध से तबाह गाजा में हालात बेहद भयावह, खाने की कमी से जूझ रहे लोग

Parle-G Biscuit Price Rs 2300 in Gaza Viral Post Hamas-Israel War
Parle-G Price in Gaza: अब और क्या ही देखना बाकी है, जब Parle-G बिस्किट ही 2,300 रुपये में बिकने लगे। लेकिन ये जंग है जनाब। कुछ भी हो सकता है। मगर यह सब बेहद भयावह है। दरअसल, इजरायल के साथ युद्ध में तबाह गाजा में Parle-G बिस्किट का पैकेट 2,300 रुपये से ज्यादा में बेचा जा रहा है। कितनी हैरानी की बात है कि जो Parle-G भारतीय घरों में सबसे कम कीमत के बिस्किट के रूप में अपनी पहचान और पसंदगी रखता है, उसकी कीमत गाजा में इस हद तक पहुंचा दी गई है।
Parle-G की इस कीमत ने भारत के लोगों को भी सच में चौंका दिया। खासकर Parle-G के उन भारतीय उपयोगकर्ताओं को जिनके लिए पारले-जी किफ़ायती और बचपन का एक स्थायी प्रतीक रहा है। आपको बता दें कि, भारत में पारले-जी बिस्कुट एक सादगी का पर्याय भी है। यह चाय के साथ खाए जाने वाले सबसे पसंदीदा बिस्कुट में से एक है, जिससे लगभग हर भारतीय परिवार परिचित है। लेकिन इस प्रतिष्ठित भारतीय बिस्कुट की एक अलग पहचान गाजा में बन गई है.
सोशल मीडिया पर गाजा के व्यक्ति ने बताई सच्चाई
गाजा की यह दर्द भरी और शोषण करने वाली सच्चाई सोशल मीडिया पर पूरी दुनिया के सामने उजागर हुई है। गाजा के मोहम्मद जवाद नाम के व्यक्ति ने अपने मासूम बच्चे के साथ एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें लिखा- लंबे इंतजार के बाद, आखिरकार आज मुझे रवीफ के पसंदीदा बिस्किट मिल गए। भले ही कीमत €1.5 से बढ़कर €24 से ज़्यादा हो गई हो, लेकिन मैं रवीफ को उसका पसंदीदा बिस्किट देने से मना नहीं कर सका। €24 यानि 24 यूरो जो भारतीय रूपए में 2300 से ज्यादा है।
After a long wait, I finally got Ravif her favorite biscuits today. Even though the price jumped from €1.5 to over €24, I just couldn’t deny Rafif her favorite treat. pic.twitter.com/O1dbfWHVTF
बहराल युद्धग्रस्त गाजा में खाद्यान्न की कमी ने भयंकर अकाल का रूप ले लिया है, लोग खाने की कमी से जूझ रहे हैं। गाजा में खाने की कमी और महंगाई के कारण खाद्य सामग्री मूल कीमत से कई गुना ज्यादा पर बेची जा रही है।
फ्री की मानवीय सहायता सामग्री भी सब तक नहीं पहुंच रही
स्थिति यह बताई जा रही है कि, अन्य देशों से जो भी मानवीय सहायता सामग्री गाजा में पहुंच रही है वो सहायता सामग्री भी सब तक नहीं पहुंच पा रही। मानवीय सहायता सामग्री की कमी हो रही है और कुछ लोगों को ही मिलने पर इसकी कालाबाजारी भी की जा रही है। वितरित होने के लिए आने वाली सहायता सामग्री पर कब्जा भी किया जा रहा है।
गाजा से ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं। जिनमें लोगों की भीड़ बंटते खाने के पास टूट-टूट के पड़ रही है। कइयों के बर्तन खाली ही रह जा रहे हैं। वीडियो में छोटे-छोटे बच्चे भी खाने के लिए तरसते और जद्दोजहद करते हुए देखे जा रहे हैं। यह सब देखकर पूरी दुनिया को यह पता चल रहा है कि युद्ध से तबाह गाजा में हालात कितने नाजुक हैं।