फोन पर बिजी रहती थी प्रेमिका, प्रेमी ने मारकर सूटकेस में 120 किमी दूर फेंका शव, ऐसे खुलासा

Murder in Delhi

Murder in Delhi

Murder in Delhi: दिल्ली से महज 50 किलोमीटर दूर यूपी के हापुड़ जिले के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में 30 मई की सुबह एक सूटकेश में अज्ञात महिला का शव मिला था. जिसकी पहचान दिल्ली के मयूर विहार निवासी युवती नीलेश (उम्र 25)के रुप में हुई है. पुलिस ने इस मामले में उसके प्रेमी सतेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी सतेंद्र यादव का मृतक नीलेश से 5 लाख रुपए का लेनदेन भी जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद था. इसके अलावा सतेंद्र को नीलेश पर अवैध संबंधों को लेकर शक भी हो गया था. जिसके बाद सत्येंद्र ने उसे चुनरी से गला घोंटकर हत्या कर दी.

इसके बाद उसे ठिकाने लगाने के लिए सूटकेस में शव को बंद कर दिया. सूटकेस में बंद शव को गाड़ी में रखकर दिल्ली से चलकरहापुड़ के पिलखुवा कोतवाली अंतर्गत एक रजवाहे में फेंक कर फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी के पास से मृतक का बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि सामान बरामद किए हैं.

सूटकेस में महिला के शव की शिनाख्त करने लिए हापुड़ से लेकर दिल्ली तक पुलिस ने लगभग 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले. जब कहीं जाकर इस घटना का खुलासा हुआ. मृतका नीलेश का आरोपी सतेंद्र यादव से काफी समय से प्रेम- प्रसंग चल रहा था. इस बीच आरोपी सत्येंद्र यादव ने अपनी प्रेमिका नीलेश से करीब 5 लाख रुपये लिए थे जिससे उसने नई कार खरीदी थी. मृतक नीलेश अपने पैसों को वापस मांग रही थी. जिसके बाद से इन दोनो के बीच दूरियां होने लगी.

पूछताछ में उगले कई राज

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में कई राज उगले हैं. आरोपी सतेंद्र ने पुलिस को बताया कि मृतका और वह आपस में प्यार करते थे. कुछ समय पहले ही मृतका की तबीयत खराब हुई थी जिसके बाद उसे धर्मशिला अस्पताल दिल्ली में भर्ती किया गया था. उस दौरान सतेंद्र उसके पास जाता रहता था और दोनों के बीच काफी अच्छी बातचीत हो गई थी. आरोपी सतेंद्र पिछले साल अक्तूबर में पटियाला काम करने गया था और करीब 5 महीने रहा था.

जब सतेंद्र पटियाला से नीलेश को कॉल करता था तो उसका नंबर बिजी जाता था. जिससे उसे बहुत बुरा लगता था. इसी वजह से उसे शक होने लग गया था और उसने बताया जब वह लौटकर आया और नीलेश का फोन चेक करने की कोशिश की तो नीलेश ने वो भी नहीं करने दिया और हमेशा अपना फोन बंद रखती थी. इसके बाद सतेंद्र ने एक दिन नीलेश को मिलने बुलाया जिसके बाद दिनांक 28.05.25 को नीलेश कमरे पर आयी थी. इस दौरान भी उसने पैसे की मांग रखी. सतेंद्र ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं जिसके बाद नीलेश पैसों को लेकर दबाव बनाने लगी.

चुनरी ने घोंटा गला फिर..

गुस्से में आकर सतेंद्र ने चुनरी से नीलेश का गला घोंट दिया. नीलेश की मौत होने के बाद सतेंद्र ने उसका शव सूटकेस में भर दिया और रात होने का इंतजार करने लगा. रात के लगभग 9 बजे सतेंद्र ने अपना फोन बंद किया और सूटकेस को खींचकर बाहर गली में खडी अपनी कार तक ले गया. रास्ते में उसने नीलेश का मोबाइल गाजीपुर के पास गंदे नाले में तोडकर फेंक दिया. इसके बाद वह दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ चल दिया. इस रास्ते पर में पहले भी कई बार जा चुका था. टोल बचाने के लिए छिजारसी टोल से पहले राजवाहे की पटरी से होकर जाता था. जहां पर काफी सुनसान जगह थी. आसपास एकांत होने पर उसने अपनी गाड़ी की डिगी से सूटकेश निकालकर रजवाहे मे फेंक दिया था.