राजनाथ ने किया मैथ का सवाल तो सोच में पड़ गए ट्रेनी IAS; सन्नाटा छाने पर सवाल फिर दोहराया, पर गलत जवाब मिला तो...

Rajnath Singh Math Question To Trainee IAS at LBSNAA Mussoorie

Rajnath Math Question: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह मैथ का एक सवाल करते हुए दिख रहे हैं। दरअसल राजनाथ सिंह शनिवार (29 नवंबर) को उत्तराखंड के मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपने संबोधन के दौरान वहां मौजूद ट्रेनी IAS से मैथ का एक सवाल पूछा। राजनाथ ने जैसे ही यह सवाल किया तो एक बार के लिए सभी ट्रेनी IAS सोच में ही पड़ गए। बताया जाता है कि उस समय हॉल में 500 से ज्यादा ट्रेनी IAS मौजूद थे।

राजनाथ का मैथ का सवाल क्या था?

राजनाथ सिंह ने पूछा- ''किसी व्यक्ति के पास इतना पैसा था कि उसने आधा पैसा A को दे दिया, वन थर्ड B को दे दिया, और जो रेस्ट अमाउंट बचा था 100 पैसा वो C को दे दिया, बताइए टोटल अमाउंट कितना था।'' सवाल पूछने के बाद राजनाथ इधर-उधर देखते हुए जवाब पाने का इंतजार करते रहे लेकिन जब हॉल में सन्नाटा सा छा गया तो उन्होंने फिर से अपना सवाल दोहराया। इस बार भी कुछ देर तक कोई जवाब नहीं दे पाया। फिर अचानक एक ट्रेनी IAS ने जवाब दिया कि 300 पैसे थे। इस पर राजनाथ सिंह ने सिर हिलाते हुए उसे गलत जवाब बताया और कहा कि कोशिश करिए, कोशिश करिए।

इसके बाद किसी ट्रेनी IAS ने राजनाथ सिंह के सवाल का सही जवाब दिया और कहा कि कुल 600 पैसे थे। यह जवाब सुनकर राजनाथ सिंह ने कहा कि हां यह सही जवाब है। इसके बाद राजनाथ सिंह ने खुद भी एक टीचर की तरह सवाल को हल करने का तरीका बताया। वहीं राजनाथ सिंह ने कहा कि, जिस तरह मैथ में कभी सॉल्यूशन सिर्फ मान लेने से निकल जाता है उसी तरह कभी-कभी आस्था और विश्वास से भी कई चीजों का समाधान हो सकता है और हो नहीं सकता बल्कि होता है और होता रहेगा।

राजनाथ ने सुनाया यूपी में नकल रोकने का वाकया

वहीं LBSNAA में ही अपने संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने वह वाकया भी सुनाया कि कैसे उन्होंने शिक्षा मंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश में नकल रोकी थी। राजनाथ ने बताया कि जब मैं उत्तर प्रदेश का शिक्षा मंत्री था तो उस समय कल्याण सिंह चीफ मिनिस्टर थे। मैं नया-नया शिक्षा मंत्री बना था और उम्र बहुत कम थी। उस समय उत्तर प्रदेश में नकल बहुत होती थी। इसके लिए मैंने फैसला लिया कि मैं 'एंटी कॉपी ऑर्डिनेंस' लाऊँगा और नकल को पूरी तरह से रोकूँगा। इसके लिए मुझे कहा गया कि इसका प्रदेश के अंदर बहुत जबरदस्त विरोध होगा। मुझे आश्चर्य हुआ कि इसका विरोध सचमुच हुआ।

कैबिनेट में 2 बार पास नहीं हुआ प्रस्ताव

राजनाथ ने बताया कि इससे संबन्धित प्रस्ताव मैं दो बार कैबिनेट लेकर गया लेकिन वो पास नहीं हो पाया। इसके बाद मैं एक दिन सीधे मुख्यमंत्री के पास पहुंचा। वो काम कर रहे थे। मैंने जाकर उनसे कहा कि मैं चाहता हूँ कि एंटी कॉपी ऑर्डिनेंस का यह प्रस्ताव हमारी कैबिनेट में पास हो। इसके बाद उन्होंने मेरी तरफ देखा और कहा कि चलिये-चलिये। इसके बाद मैं चला आया और इसके बाद जो कैबिनेट की बैठक हुई उसमें उन्होंने खुद ही फाइल के बीच वो प्रस्ताव निकाला और कहा कि हमारे शिक्षा मंत्री की जिद है और इसे पास माना जाये।

ऑर्डिनेंस लागू होते ही चौंकाने वाला था रिजल्ट

राजनाथ ने बताया कि जब एंटी कॉपी ऑर्डिनेंस लागू हुआ तो आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि 10वीं का जो रिजल्ट पहले 70-80% आता था वो इसके लागू होने के बाद 30% के आसपास ही रह गया। इसी तरह 12वीं का रिजल्ट जो पहले 60-70% रहता था। इसे लागू करने के बाद 14% ही रह गया। राजनाथ ने कहा कि उस समय समाचार पत्र में रिजल्ट जारी होता था। जिसपर शिक्षा मंत्री की तस्वीर भी होती थी। उस समय जब रिजल्ट जारी हुआ तो बच्चे अखबार को जमीन पर गिरा मेरी तस्वीर को पैर से रगड़ मुझे गाली दे रहे थे।

राजनाथ ने यह भी बताया कि मुझे याद है कि मेरा पूरा सहयोग उस समय के DGP प्रकाश सिंह ने किया और विरोध को देखते हुए उन्होंने मेरे आवास पर आकर कहा था कि किसी तरह की सुरक्षा और कार्रवाई की जरूरत होगी तो हम इसके लिए तैयार हैं। तब जाके हमें वो कामयाबी हासिल हो पाई। दरअसल यहां पर ट्रेनी IAS को समझाते हुए राजनाथ का यह कहना था कि बिना प्रशासनिक सहयोग के कोई भी चीज धरातल पर लागू नहीं हो सकती। इसलिए हमें ऐसे Civil Servants की ज़रूरत है जो सिर्फ यह न कहें कि हम बदलाव लाना चाहते हैं बल्कि इसके लिए निरंतर प्रयास भी करें और नौकरशाह नहीं बल्कि लोक सेवक के रूप में कार्य करें।