'न्याय नहीं दे सकते तो भारत भेज दो', लाहौर हाई कोर्ट से बोली पाकिस्तान की महिला

'न्याय नहीं दे सकते तो भारत भेज दो', लाहौर हाई कोर्ट से बोली पाकिस्तान की महिला

न्याय नहीं दे सकते तो भारत भेज दो

'न्याय नहीं दे सकते तो भारत भेज दो', लाहौर हाई कोर्ट से बोली पाकिस्तान की महिला

जमीन के विवाद में कोर्ट का चक्कर लगा रही एक पाकिस्तानी महिला तंग आ गई. परेशान होकर इस महिला ने कोर्ट से कहा कि अगर आप हमें न्याय नहीं दे सकते तो भारत भेज दो. बताया गया कि महिला लगभग 30 सालों से यह मुकदमा लड़ रही हैं लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है. महिला ने उम्मीद जताई है कि उन्हें भारत की कोर्ट में न्याय मिल जाएगा.

सैयदा शहनाज नाम की महिला की संपत्ति का मामला लाहौर हाई कोर्ट पहुंचा था. पांच मरला (एक मरला=0.025 बीघा) जमीन का यह मामला पिछले तीन दशकों से कोर्ट में चल रहा है. महिला ने पाकिस्तान के बहावलपुर में चल रहे अपने कोर्ट को ट्रांसफर करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि अगर वह बहावलपुर गईं तो संपत्ति के अवैध कब्जेदार उनकी जान ले सकते हैं.

36 साल से अदालतों में चल रहा है मुकदमा
हाई कोर्ट में उन्होंने कहा कि जब वह 9 साल की थीं, तब से यह मुकदमा चल रहा है और अब उनकी उम्र 45 साल हो गई है. उनके इलाके के कुछ प्रभावशाली लोगों ने उनके ही घर पर कब्जा कर लिया और वह इतने लंबे समय से अपने हक के लिए अदालतों का चक्कर काट रही हैं. उन्होंने कोर्ट से कहा कि अगर आप मुझे न्याय नहीं दे सकते तो मुझे भारत भेज दें, मुझे भारतीय अदालतों से न्याय मिल सकता है.

हालांकि, इस मामले पर लाहौर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें भारत भेजने का अधिकार कोर्ट के पास नहीं है. सैयदा शहनाज ने मीडिया से बताया कि उनके पूर्वज भारत से पाकिस्तान आए थे.