यूएस से भारत आए शख्स ने ससुर की आंखों में केमिकल स्प्रे कर बेटे को किया अगवा

Spraying Chemical in his Father-in-Law's Eyes
सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई वारदात, हाईकोर्ट भी सख्त
पुलिस को पिता और बेटे को 4 जून तक अदालत में पेश करने आदेश
यूएस फरार होने के शक में एयरपोर्ट पहुंची पुलिस
अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला। Spraying Chemical in his Father-in-Law's Eyes: अपनी पत्नी के साथ अलगाव के बाद अमेरिका में रह रहे पति ने भारत आकर खौफनाक वारदात को अंजाम दे डाला। शख्स ने पंचकूला के सेक्टर 20 में दिनदहाड़े ससुर की आंखों में केमिकल स्प्रे कर नाबालिग बेटे को अगवा कर लिया। यह पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई। पुलिस अब 3 अपहर्ताओं की तलाश में छापेमारी कर रही है। उधर, महिला को डर सता रहा है कि उसका पूर्व पति बेटे को कहीं मानसिक रूप से प्रताड़ित कर अपने साथ यूएस लेकर फरार ना हो जाए। इस शक के आधार पर पुलिस भी अब मोहाली एयरपोर्ट पर बार बार दबिश दे रही है।
पुलिस को 32 साल की मेघना राणा ने शिकायत देकर पति अरुण कुमार सिंह समेत 3 लोगों पर उसके बेटे अथर्व को अगवा करने, पिता राजेंद्र राणा पर जानलेवा हमला करने के मकसद से उन की आंखों में केमिकल स्प्रे करने के संगीन आरोप लगाए हैं। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस को आरोपी और बच्चे को 4 जून तक कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं।
बच्चे को स्कूल बस से उतारते ही हुआ हमला
मेघना राणा ने बताया कि 28 मई की दोपहर को उसके पिता राजेंद्र राणा उसके बेटे को सेक्टर 20 के जीएच 16 फ्लैट्स के गेट पर स्कूल बस से लेने गए थे। वे बेटे को लेकर घर की तरफ चले ही थे कि अरुण सिंह ने अपने 2 अन्य साथियों के साथ मिल कर पहले पिता पर हमला किया। उन्हें पीटा और उनकी आंखों में केमिकल का स्प्रे करने के बाद बेटे को उनसे छीन कर फरार हो गया। पिता की आंखों में जलन होने लगी और नजरें धुंधला गई।
हाईकोर्ट का बड़ा निर्देश
मेघना राणा द्वारा दायर हेबियस कॉर्पस याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई। महिला ने दावा किया कि न्यायालय द्वारा उसे बेटे की असली कस्टोडियन घोषित किया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की जस्टिस मनीषा बत्रा की एकल पीठ ने बड़ा आदेश देते हुए कहा कि पुलिस आरोपी अरुण कुमार सिंह और नाबालिग बच्चे अथर्व को 4 जून 2025 तक कोर्ट में पेश करे। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता मेघना राणा और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए और किसी भी तरह की धमकी या नुकसान से बचाया जाए। मेघना राणा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी तलवार और दीपक गोयत ने पैरवी की, जबकि हरियाणा सरकार की ओर से वरिष्ठ डिप्टी एडवोकेट जनरल अपूर्व गर्ग ने नोटिस स्वीकार किया और समय मांगा।
बुजुर्ग की हालत गंभीर
हमले में घायल मेघना राणा के पिता राजेंद्र राणा का इलाज पंचकूला के एक निजी अस्पताल में जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, केमिकल स्प्रे के कारण उनकी आंखों में गंभीर जलन और दृष्टि धुंधली हो गई है। उनकी हालत अभी स्थिर बताई जा रही है, लेकिन पूरी तरह से खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता। मेघना राणा ने अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है और पुलिस व न्यायालय से अपील की है कि बच्चे को जल्द से जल्द बरामद कर सुरक्षित उनके पास लाया जाए। उन्होंने मांग की कि आरोपी अरुण कुमार सिंह और उसके साथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।