पुलिस ने उच्च मूल्य ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी को किया काबू

Case of High Value Online Fraud
इंस्पेक्टर इरम रिजवी की टीम को फिर बड़ी कामयाबी।
पुलिस ने उच्च मूल्य ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी को किया काबू।
पकड़े गए आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए।
रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Case of High Value online fraud: यूटी पुलिस का अहम थाना माने जाने वाले साइबर क्राइम सैल पुलिस को फिर उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली। जब पुलिस ने उच्च मूल्य ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान उत्तराखंड देहरादून के रहने वाले 27 वर्षीय सचिन स्वामी के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ धारा 319 (2), 318 (4), 336 (3), 338, 340 (2), 61 (2) भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत थाना साइबर सैल में 2 अप्रैल 2025 को मामला दर्ज है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जानकारी के अनुसार थाना साइबर सैल पुलिस को टेक्निकल तकनीक के जरिए सूचना मिली थी कि ठगी करने वाले आरोपी देहरादून में सक्रिय है। मामले को गंभीरता से लेते हुए और चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों के दिशा निर्देशों के चलते डीएसपी ए वेंकटेश की सुपरविजन में थाना साइबर प्रभारी इंस्पेक्टर इरम रिजवी की टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने तुंरत उसे गिरफ्तार कर मामले को सुलझा लिया।
जांच और गिरफ्तारी:
सीएएफ और सीडीआर विश्लेषण ने पुष्टि की कि आरोपी कई मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर रहा था और बार-बार अपना स्थान बदल रहा था।आईएमईआई के साथ एक सक्रिय नंबर का पता चला। जो सचिन स्वामी का था।जो उत्तराखंड के देहरादून में घूम रहा था। संबंधित बैंक खातों के केवाईसी विवरण से भी आरोपी की पहचान की पुष्टि हुई।देहरादून में छापेमारी की गई।जिसके बाद आरोपी सचिन स्वामी को गिरफ्तार किया गया।आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है।और अन्य सहयोगियों की पहचान करने और ठगी गई रकम की वसूली के लिए आगे की जांच जारी है।
क्या था मामला
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सैक्टर 41 निवासी ने पुलिस को बताया था कि जिसे गुरजिंदर कम्युनिकेशन नामक इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से मोबाइल फोन पर फर्जी छूट देने वाले जालसाजों द्वारा 8 लाख 99 हजार 267 रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया था।शिकायतकर्ता से सबसे पहले खुद को हिमांशु बताने वाले एक व्यक्ति ने संपर्क किया।जिसने आईफोन 15 प्रो मैक्स की बुकिंग और उसे एक्टिवेट करने के बहाने यूपीआई के जरिए कई भुगतान मांगे। बाद में शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप पर सचिन नाम के एक अन्य व्यक्ति के पास भेजा गया।जो भी झूठे बहाने से पैसे मांगता रहा। सभी लेन-देन सचिन स्वामी से जुड़े मोबाइल नंबर पर किए गए।
जनता के लिए सलाह:
1. केवल विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदें – अज्ञात या असत्यापित विक्रेताओं से बचें।
2. सुरक्षित भुगतान विधियों का उपयोग करें – कभी भी व्यक्तिगत नंबरों पर यूपीआई के माध्यम से भुगतान न करें।
3. एचटीटीपीएस की जांच करें – सुनिश्चित करें कि साइट पर सुरक्षित कनेक्शन (https://) है।
4. रैंडम लिंक पर भरोसा न करें – व्हाट्सएप या एसएमएस के माध्यम से साझा किए गए ऑफ़र से बचें।
5. रसीद मांगें – हमेशा बिल या ऑर्डर की पुष्टि प्राप्त करें।
6. धोखाधड़ी की तुरंत रिपोर्ट करें – शिकायत दर्ज करने के लिए cybercrime.gov.in पर जाएं।