ट्रेन में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए अब ये काम जरूरी; धांधली के खेल से आउट होंगे दलाल, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी

IRCTC Tatkal Ticket Booking e-Aadhaar Verification Required Now
IRCTC Tatkal Ticket Booking: बार-बार यह देखा जाता है कि लोग जब ट्रेन में स्लीपर या एसी क्लास में टिकट बुकिंग करते हैं तो उन्हें कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाती। खासकर यह समस्या तत्काल टिकट बुकिंग के लिए सबसे ज्यादा सामने आती है। जब किसी जरूरत और इमरजेंसी में भी लोगों को तत्काल बुकिंग सिस्टम में कन्फर्म टिकट नहीं मिलती।
वहीं हैरानी-परेशानी तब और ज्यादा होती है जब तत्काल बुकिंग में समय रहते सारी प्रक्रिया भी पूरी कर जाए और फिर भी आपको टिकट न मिले। लोगों की ऐसी कई शिकायतें सोशल मीडिया पर सामने आईं हैं। बहराल रेलवे की टिकट बुकिंग में लोग अपनी हताशा और निराशा ही बयां करते दिखते हैं और इस अव्यवस्था के लिए रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव पर भी अपना गुस्सा फोड़ते हैं।
वहीं यह सब देखते हुए अब रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बड़ी घोषणा की है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे जल्द ही तत्काल टिकट बुक करने के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन का उपयोग शुरू करेगा। इससे वास्तविक उपयोगकर्ताओं को ज़रूरत के समय कन्फर्म टिकट पाने में मदद मिलेगी। यानि अब तत्काल टिकट की बुकिंग के वक्त ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा।
इस नई व्यवस्था से धांधली के खेल से दलाल आउट होंगे और जरूरतमंद और वास्तविक लोगों को फायदा मिलेगा। जो वाकई टिकट के अधिकारी हैं। इसके लागू होने से लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने में आसानी रहेगी और शायद यह भी सुनिक्षित हो सकेगा कि उन्हें अपने लिए कन्फर्म टिकट मिल ही जाये। बहराल रेलवे के इस कदम से लोगों को बड़ी राहत पहुंच सकती है।
ई-आधार वेरिफिकेशन से ही अब तत्काल टिकट की बुकिंग
मतलब अब ई-आधार वेरिफिकेशन से ही तत्काल टिकट की बुकिंग हो सकेगी। भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में कालाबाजारी और धांधली रोकने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। रेलवे जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन का काम शुरू करने वाला है। रेलवे ने यह भी कहा है कि टिकट बुक कराने वाले जिन लोगों की आईडी आधार से लिंक होगी, ऐसे लोगों को तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 10 मिनट में प्राथमिकता दी जाएगी।
आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों को भी तत्काल विंडो ओपन होने के पहले 10 मिनट में सिस्टम पर टिकट बुक कराने की इजाज नहीं है। ऐसे में जिन लोगों के अकाउंट आधार से लिंक होंगे, उन्हें टिकट बुक कराने में अधिक सहूलियत होगी। दरअसल, तत्काल टिकट बुकिंग सिस्टम में हेरफेर का खेल भी चल रहा था। कई दलाल बैठे हुए थे, जो टिकट ले जाते थे और लोग जिन्हें वास्तव में टिकट मिलनी चाहिए। वो टिकट नहीं मिल पाती थी। उम्मीद है कि, आधार वेरिफिकेशन से टिकटों की दलाली पर लगाम लगे।