Haryana Assembly echoed with slogans of Jai Shri Ram

Haryana assembly session: जय श्रीराम के नारों से गूंजी हरियाणा विधानसभा, मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण के लिए मोदी का आभार जताने को पेश किया संकल्प पत्र  

Haryana Assembly echoed with slogans of Jai Shri Ram

Haryana Assembly echoed with slogans of Jai Shri Ram

Haryana Assembly echoed with slogans of Jai Shri Ram- चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा किए जाने को देश के लिए सकारात्मक कदम बताते हुए हरियाणा विधानसभा ने आज सर्वसम्मति के साथ आभार प्रस्ताव पारित कर दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किए सरकारी संकल्प का कांग्रेस विधायकों ने कुछ सुझावों के साथ समर्थन कर दिया। इसके बाद भाजपा व कांग्रेस की तरफ से सदन के भीतर जय श्रीराम के नारे लगाए गए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में शून्यकाल के दौरान एक संकल्प पत्र पढ़ते हुए कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाल स्वरूप भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की है। यह मौका करीब 550 साल के लंबे इंतजार के बाद आया है। लाखों पूर्वजों की कुर्बानी और तप से देशवासियों को यह दिन देखने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति से यह संभव हो पाया है। इसलिए भव्य मंदिर निर्माण के लिए पूरे सदन को प्रधानमंत्री मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद करना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसा ही भारत बनाने का संकल्प लिया है, जैसा भगवान श्रीराम के समय के दौरान था।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन साथ ही कहा कि राम न तो तेरा है और राम न मेरा है, राम सबका है। अयोध्या में राम मंदिर के कपाट खुलवाने की अनुमति तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने दी थी। इसलिए सरकारी संकल्प में राजीव गांधी और सुप्रीम कोर्ट का फैसला देने वाले न्यायाधीशों का भी उल्लेख किया जाना चाहिए। पूर्व स्पीकर डा. रघबीर कादियान ने कहा कि इस प्रस्ताव में सिर्फ धर्म का जिक्र है, इसलिए कर्म की महत्ता को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए। विधायक नीरज शर्मा ने सदन में एक के बाद एक कई चौपाई सुनाते हुए जब यह कहा कि सरकार को अपने वचन और वादे पूरे करने चाहिएं तो स्पीकर ने उन्हें बोलने से रोक दिया।

नीरज शर्मा कहना चाहते थे कि उनकी विधानसभा के लिए 28 करोड़ रुपये मंजूर हुए, मगर वह जारी नहीं किए गए। विधायक बीबी बतरा ने कहा कि सरकार को गीता के संदेश का अनुपालन भी करना जरूरी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हुड्डा को जवाब देते हुए कहा कि हमारे संकल्प पत्र में न तो किसी दल का जिक्र है और न ही किसी सरकार की चर्चा है। यह विपक्ष की मर्जी है कि वह प्रस्ताव का समर्थन करें या फिर विरोध की घोषणा करें।

जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कांग्रेसियों को नसीहत देते हुए कहा कि घाव दुश्मन का भी सराह देना चाहिए। इसमें कोई बुराई नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अच्छा काम किया है। कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने हुड्डा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि राम मंदिर के कपाट स्व. राजीव गांधी ने खुलवाए थे।

निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने मुख्यमंत्री के संकल्प पत्र के अनुरूप राज्य में राम राज की जरूरत पर जोर दिया। कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव ने प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि भाजपा विधायक असीम गोयल ने रामसेतु तोडऩे की प्रक्रिया में कांग्रेस के समर्थन की बात कही तो सदन में फिर हंगामा हो गया। जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह ने अयोध्या में हवाई अड्डे का नाम भगवान वाल्मीकि के नाम पर रखने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की। गृह मंत्री अनिल विज ने राम मंदिर निर्माण के लिए हुए 76 आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार और मंदिर बनाने वाले वास्तुकार भी सराहना के पात्र हैं। काफी देर की चर्चा के बाद विधानसभा में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।