World No Tobacco Day Know About History विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023

World No Tobacco Day 2023: जानें किस मकसद से हुई थी इस दिन की शुरूआत और क्या है इस साल का थीम

World No Tobacco Day 2023

World No Tobacco Day Know About History विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023

World No Tobacco Day ~ विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023
World No Tobacco Day 2023: 31 मई को पूरी दुनिया में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। तंबाकू का उपयोग करने से हमारे शरीर में अनेक बीमारी उत्पन होती है। जिसकी वजह से छोटी-सी उम्र में कई सारे लोगों की जान चले जाती है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रत्येक साल पूरी दुनिया में 80 लाख से अधिक लोग अपनी जान खो बैठते है, वो भी सिर्फ तंबाकू के सेवन करने से। इसलिए विश्व तंबाकू निषेध दिवस के माध्यम से लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूप किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस को मनाया था। 

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तंबाकू के अधिक सेवन से होने वाले गंभीर प्रभाव
कैंसर, स्ट्रोक, डायबिटीज, दिल की बीमारी और तंबाकू चबाने से ग्रसनी, मुंह और गले का कैंसर आदि गंभीर बीमारी जन्म ले लेती है। अधिकतम चेहरे के अंदर का (Mouth Cancer) कैंसर 90% मामले तंबाकू की वजह से होते है।

World No Tobacco Day का महत्व
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के माध्यम से तंबाकू से होने वाले बुरे प्रभाव के बारें में बताने के लिए अभियान, कार्यक्रम, कैंप, और अन्य गतिविधियाँ की जाती है। ताकि लोग सही समय पर इसके बुरे प्रभाव से अवगत हो जाये और इसका सेवन करना छोड़ दे। World No Tobacco Day मनाने का मुख्य उद्देस्य तंबाकू के सेवन को ख़त्म करना और इसकी वजह से होनी वाली मौतों के आकड़े को कम करना है। लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूप करना और तंबाकू के अधिक सेवन से होने वाले बुरे प्रभाव को लोगों तक बताना ही दिवस का उद्देस्य है।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास
सबसे पहले WHO द्वारा 1987 में सभी संगठन के सामने एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमे 7 अप्रैल 1988 को विश्व धुम्रपान निषेध दिवस के रूप में मनाया गया। इस दिवस के रूप से सभी लोगों को 24 घंटे के लिए तंबाकू का उपयोग करने से रोका गया। कुछ समय बाद इस दिवस का दिन बदल दिया जो कि अब 31 मई को मनाया जाता है।

तंबाकू में पाया जाने वाला जहरीला पदार्थ
फेफड़ो से सम्बंधित अधिकांश बीमारी केवल तंबाकू की वजह से होती है। क्योकि इसमें निकोटिन के साथ-साथ अन्य 60 तरह के विषैले पाए जाते है। जो कि हमारे फेफड़ो की कोशिकाओं में ऑक्सीजन ग्रहण करने और कार्बन-डाई ऑक्साइड गैस को छोड़ने की क्षमता को कम कर देता है और ऐसा करने से कुछ समय बाद यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है। मनुष्य में रोग प्रतिरोधक कम हो जाती है और अंत में व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। तंबाकू में निकोटिन की मात्रा अधिक होने से जब व्यक्ति इसका सेवन करना है, तो उसे अलग-सा ही आनंद महसूस होता है। और बार-बार इस आनंद को लेने के लिए वह निरन्तर तंबाकू का सेवन करता है। और एक दिन उस व्यक्ति को इसकी लत लग जाती है। फिर तम्बाकू में पाया जाने वाला जहरीला पदार्थ धीरे-धीरे उसके पुरे शरीर में फ़ैल जाता है और अनेक बीमारीयो को जन्म दे देता है।

तंबाकू से पर्यावरण पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव
तंबाकू से जितना अधिक नुकसान मानव जीवन को है, उतना ही हमारे पर्यावरण को है। तंबाकू की खेती करने से मिट्टी की गुणवार्ता कम हो जाती है। इसके अलावा वायु प्रदूषण और जैव विविधता को भी नुकसान होता है। तंबाकू मानव संसाधन के साथ-साथ हमारे देश की आय को भी बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचता है। तंबाकू का निर्माण करने से जो गन्दा धुवा निकलता है, उससे ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन होता है, जो की हमारे वातावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है। जब तंबाकू मिट्ठी के साथ मिल जाता है, तो वह मिट्टी के साथ-साथ पानी को भी ख़राब कर देती है।

“विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023 का थीम”
हर साल इस दिवस पर लोगों में जागरूपता फ़ैलाने के लिए नए-नए थीम को लाया जाता है। इस थीम का मुख्य उद्देस्य अलग-अलग तरीके से लोगों को तंबाकू का सेवन करने से बचाना और देश में बढ़ रही गंभीर बीमारियों को रोकना। इस साल 2023 की थीम का नाम (We need food, not tabacco) हमें भोजन की आवश्यकता की तंबाकू की नहीं। 2023 के अभियान का मुख्य उद्देस्य, किसान तंबाकू की खेती कर अच्छा मुनाफा कमाते है, लेकिन इसका दूसरे व्यक्ति पर कितना बुरा प्रभाव होगा ये नहीं जानते है। इसलिए उन्हें इस थीम के माध्यम से जागरूप करना और उन्हें रोकना। पौष्टिक खेती करने के लिए सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान करना ही इस Theme का उद्देस्य है।