By rochita 

बार-बार परेशान कर रहे हैं पिंपल्स, तो इन घरेलू उपायों से करें उनकी छुट्टी

हल्दी एक बेहतरीन मसाला है। जब बात त्वचा की हो तो इसके एंटीइंफ्लामेंटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मुहांसे को दूर करने में मदद करते हैं।

नीम को स्किन हीलिंग रेमेडी के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा है। नीम में विटामिन, कैल्शियम, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टीज अधिक होती हैं।

टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल एक्ने के स्पॉट ट्रीटमेंट के लिए कर सकते है।

चंदन के पेस्ट का इस्तेमाल पिंपल्स, एक्ने, फोड़ें-फुंसियों के ट्रीटमेंट के लिए किया जा सकता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट अधिक होते हैं, जो रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।

ग्रीन टी एक्ने के ट्रीटमेंट में भी सहायक है, क्योंकि इसमें पॉलीफेनोल्स होते है, जो एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी होते हैं।

चेहरे पर खीरे का फेस मास्क लगाकर पिंपल्स से छुटकारा पाया जा सकता है.

एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर शहद का मास्क मुंहांसे दूर करने में असरदार होता है.

मुंहासे या एक्ने दूर करने के लिए बेसन का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए एक चम्मच बेसन में पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें.

स्किन पर एक्सेस ऑयल भी मुंहासों का कारण बनता है. ऐसे में ओट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. ओट्स स्किन से ऑयल सोखता है और पिंपल्स को दूर करने में असर दिखाता है.