एसिडिटी की समस्या तब पैदा होती है जब गैस्ट्रिक ग्रंथियां बहुत अधिक एसिड का उत्पादन करती है। इसके कारण ही गैस, सांस की बदबू, पेट दर्द, और दूसरी समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
जीरा एक बेहतरीन एसिड न्यूट्रलाइजर के रूप में जाना जाता है। यह ना केवल पाचन संबंधित दिक्कतों को दूर करता है बल्कि यह पेट दर्द से भी राहत दिलाता है।
दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो स्वाद के साथ - साथ शरीर के विभिन्न अंगों के लिए फायदेमंद है।जो प्राकृतिक एंटासिड के रूप में कार्य करता है और पाचन को बेहतर कर पेट को शांत रखने में मदद करता है।
तुलसी के पत्तों के अंदर कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो आपको एसिडिटी से तुरंत राहत दिला सकते हैं। इसके लिए आपको केवल तुलसी के तीन से चार पत्ते लेने हैं और इन्हें खा लेना है।
छाछ एक सात्विक भोजन की श्रेणी में गिना जाता है। इसके अंदर लैक्टिक एसिड पाया जाता है जो गैस्ट्रिक एसिडिटी से आपको राहत दिला सकती है।
केले का उपयोग सदियों से एसिडिटी या गैस से राहत पाने के लिए किया जा रहा है।
शरीर में बहुत बार एसिड रिफ्लक्स की वजह पेट में एसिड की कमी का ही परिणाम होता है।
लौंग का सेवन हमारी सेहत पर तो सकारात्मक प्रभाव डालता ही है। साथ ही इसके अंदर कार्मिनेटिव प्रभाव होता है। दरअसल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में गैस के विकास को रोकने का काम करता है।
पेट की गैस को निकालने के लिए हींग भी एक बेहतरीन घरेलू उपाय के तौर पर काम करता है। पेट में गैस बनने पर आप एक गिलास गुनगुना पानी लें। इसमें भुना हुआ हींग और काली मिर्च का पाउडर मिलाएं।