एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव और एंजाइम एसिटाइलकोलिनेस्टरेज़ को खत्म करने के गुण के कारण फ़ेरूला हींग याददाश्त तेज़ करती है।
हींग में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो ब्लड थिनर्स के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा ये ब्लड प्रेशर को कम करने और दिल को हेल्दी बनाने में भी मदद करता है।
हींग अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरस और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण अस्थमा और अन्य सांस संबंधी परेशानियों जैसे ब्रोंकाइटिस और सूखी खांसी से राहत दिलाता है।
हींग पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से भी राहत दिलाने में मदद कर सकता है क्योंकि हींग शरीर के किसी भी हिस्से में बाधा डाले बिना ब्लड सर्कुलेशन को सही ढंग से फ्लो करने में मदद करताहै।
हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ब्लड वेसेल्स की सूजन को कम करते हैं, जिससे सिरदर्द में राहत मिलती है।
हींग को जल में घिसकर आंख में काजल की तरह लगाने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
हींग, तुम्बरु तथा सोंठ के काढ़ा बना लें। इसे सरसों के तेल में पका लें। इसे 1-2 बूंद की मात्रा में कान में डालें। इससे कानदर्द, कान में सनसनाहट तथा कान में घाव आदि में लाभ होता है।
हींग को जल में पीसकर गुनगुना कर लें। इसे छाती पर लगाने से दमा, कुक्कुरखांसी, फेफड़े की सूजन में लाभ होता है।
हींग में दर्दनिवारक गुण के साथ -साथ एन्टीबैक्ट्रिअल का भी गुण पाया है जो कि दांत दर्द कम कम करने में मदद करती है।