मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में यूपी सबसे पीछे: विस्तृत रिपोर्ट

Uttar Pradesh Lags Behind In The special Intensive Revision Of Voter Lists

Uttar Pradesh Lags Behind In The special Intensive Revision Of Voter Lists

Uttar Pradesh Lags Behind In The special Intensive Revision Of Voter Lists : मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया देशभर में तेज़ी से जारी है। इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं के नामों का सत्यापन कर उन्हें अद्यतन सूची में शामिल करना है। हालांकि, फॉर्म भरने व डेटा फीड करने के मामले में उत्तर प्रदेश अभी भी सबसे पीछे चल रहा है।

उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति कम फीडिंग प्रतिशत बना चिंता का कारण

यूपी में कुल 15.44 करोड़ मतदाताओं का SIR के तहत सत्यापन किया जाना है। अब तक 15.41 करोड़ गणना प्रपत्रों का वितरण किया जा चुका है।
लेकिन इनमें से केवल 12.20 करोड़ फॉर्म ही बीएलओ द्वारा भरवाकर कंप्यूटर में फीड किए गए हैं, जो कि 79.03% बैठता है।
यह आंकड़ा देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है और इसी कारण यूपी सबसे नीचे जगह बनाए हुए है।

अन्य राज्यों का प्रदर्शन कुछ राज्यों ने हासिल की उत्कृष्ट प्रगति

देश के विभिन्न राज्यों ने इस अभियान में बेहतर प्रदर्शन किया है।

  • लक्षद्वीप – 100% फॉर्म फीड

  • राजस्थान – 98.54%

  • गोवा – 98.28%

  • पश्चिम बंगाल – 97.34%

  • पुडुचेरी – 95.75%

  • मध्य प्रदेश – 95.69%

  • छत्तीसगढ़ – 94.56%

  • तमिलनाडु – 94.32%

  • अंडमान व निकोबार – 93.83%

  • गुजरात – 91.45%

  • केरल – 88%

इन राज्यों की तुलना में यूपी का 79.03% फॉर्म फीडिंग स्तर इसे अंतिम पायदान पर ले आता है।

निष्कर्ष

मतदाता सूची का सही तरीके से अद्यतन होना चुनाव प्रक्रिया की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। अधिकांश राज्यों ने सराहनीय प्रगति दिखाई है, जबकि यूपी को अभी और तेजी लाने की जरूरत है ताकि वह अन्य राज्यों की बराबरी कर सके और आगामी चुनावों के लिए पूर्ण व सही मतदाता सूची तैयार हो सके।