फर्नीचर मार्केट विध्वंस — प्रशासन का कदम असंवेदनशील, सैकड़ों परिवार हुए बेरोज़गार: कैलाश जैन

Furniture Market Demolition

Furniture Market Demolition

चंडीगढ़ 20 जुलाई 2025: Furniture Market Demolition: उद्योग व्यापार मंडल चंडीगढ़ के अध्यक्ष कैलाश जैन ने  सेक्टर 52 की प्रसिद्ध फर्नीचर मार्केट, जो उत्तर भारत की सबसे बड़ी और लोकप्रिय फर्नीचर मार्केट थी, को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा ध्वस्त किया जाने को असंवेदनशील बताया है। 
आज यहां जारी एक बयान में कैलाश जैन ने कहा है कि यह कदम न केवल असंवेदनशील और अविवेकपूर्ण है, बल्कि सैकड़ों दुकानदारों और उनके कर्मचारियों के जीवन-यापन के अधिकारों पर भी सीधा आघात है।
यह फर्नीचर मार्केट पिछले 40-50 वर्षों से स्थापित थी। यहाँ के व्यापारी प्रशासन को वर्षों से नियमित रूप से राजस्व, टैक्स व लाइसेंस शुल्क अदा करते आ रहे थे। इस मार्केट ने आम जनता को किफायती फर्नीचर उपलब्ध करवाया और साथ ही, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू तक से ग्राहक यहाँ खरीदारी करने आते थे।
श्री जैन ने कहा कि यह सही है कि सरकारी जमीन को खाली कराना प्रशासन की जिम्मेदारी होती है, किंतु चार दशक से अधिक समय से स्थापित व्यवसायों को उजाड़ना बिना किसी पुनर्वास के, पूर्णतः अनुचित और असंवेदनशील है।
 उन्होंने सवाल उठाया कि यदि झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीबों की कालोनियों को खाली करवाए जाने पर उन्हें पुनर्वास (rehabilitation) की सुविधा दी जा सकती है तो  फिर इन व्यापारियों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों? उन्हे क्यों नहीं पुनर्वासित किया जा सकता ?  उन्होने मांग की है कि प्रशासन इन दुकानदारों के पुनर्वास की तुरंत व्यवस्था करे ताकि इन दुकानदारों तथा इनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों को राहत मिल सके।