नई दिल्ली: लूटेरे लूटने के लिए क्या कुछ तरकीब नहीं अपनाते हैं।आपने अभीतक लूटेरों द्वारा लूटने के लिए अपनाई गई तरह-तरह की चालबाजियां तो देखी होंगी मगर उनका लूटने का ये ढंग जो बेहद अजीब और अतरंगी है इसके बारे में न तो सुना न और न ही अपनी आंखों से देखा होगा।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के कई अलग-अलग इलाकों में कुछ दिनों से गाड़ी चालकों से लूट की वारदातें सामने आ रही थीं।लूटेरे बड़े ही शातिराना तरीके से लूट को अंजाम दे रहे थे।जहां इन लूटेरों को पकड़ने के लिए अलग अलग जगहों की पुलिस खूब हाथ पैर मार रही थी।आखिरकार मेरठ पुलिस इन लूटेरों को पकड़ने में कामयाब रही।
मेरठ पुलिस ने बताया कि उसने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और ये पांच आरोपी लूट की घटना को अंजाम देने वाले लूटेरे हैं।इनके पास से लूट का कुल सामान बरामद हुआ है।इन लूटेरों के पास से लाखों रुपये के मोबाइल, अन्य कीमती सामान और एक कार बरामद हुई है।
ऐसे करते थे लूट…
पुलिस ने बताया पकड़े गए ये पांचों आरोपी एक ही गैंग के हैं और गैंग का नाम है ठक-ठक गैंग।ठक-ठक गैंग ऐसे क्योंकि यह पूरी प्लानिंग के साथ लूट करते थे।पहले यह गैंग तक लेता था कि कौन गाड़ी चालक अच्छा खासा माल लेकर जा रहा है।इसके बाद फिर ये रोड पर उस चलती गाड़ी का पीछा करते थे और सही समय देखकर उस गाड़ी पर खून जैसा लाल रंग डाल देते थे और फिर गाड़ी के पास जाकर गाड़ी के शीशे पर ठक-ठक करते थे।जब गाड़ी चालक गाड़ी रोककर इनसे पूछता था कि क्या है तो ये कहते थे कि उसकी गाड़ी पर खून बह रहा है।जिससे गाड़ी चालक घबरा जाता था और बाहर निकलकर देखने लगता था।इसी बीच यह उसे कुछ देरतक अपनी बातों में भी हिलगा लेते थे।जहां बस इसी दौरान गैंग के अन्य लोग गाड़ी में रखा मोबाइल, पर्स या अन्य कीमती सामान उड़ा लेते थे।जब तक गाड़ी चालक कुछ समझ पाता था तबतक गिरोह के सदस्य रफूचक्कर हो चुके होते थे।
पुलिस ने बताया ये गिरोह नोएडा, गाजियाबाद के अलावा दिल्ली में भी वारदात को अंजाम दिया करते थे।गिरफ्तार पांचों आरोपी मेरठ के रहने वाले हैं।