By: Rochita
july 17, 2025
ध्यान और एकाग्रता में कमी नींद की कमी से दिमाग ठीक से काम नहीं करता, जिससे फोकस और सोचने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
चिड़चिड़ापन और मूड खराब रहना अधूरी नींद से इंसान जल्दी गुस्सा करता है और मानसिक तनाव भी बढ़ता है।
याददाश्त कमजोर होना नींद के दौरान दिमाग यादों को जमा करता है। नींद कम हो तो चीज़ें याद रखना मुश्किल होता है।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना पर्याप्त नींद न लेने से शरीर बीमारियों से लड़ने में कमजोर हो जाता है।
वजन बढ़ना (मोटापा) नींद की कमी से भूख बढ़ाने वाले हॉर्मोन एक्टिव हो जाते हैं, जिससे ओवरईटिंग और मोटापा हो सकता है।
दिल की बीमारियों का खतरा नींद की कमी से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल असंतुलित हो सकते हैं, जो दिल के लिए खतरनाक हैं।
एक्सीडेंट और चोट लगने का खतरा नींद की कमी से प्रतिक्रिया समय (reaction time) कम हो जाता है, जिससे दुर्घटना का जोखिम बढ़ता है – खासकर गाड़ी चलाते समय।
स्किन और चेहरे पर असर नींद की कमी से आँखों के नीचे काले घेरे, डल स्किन और उम्र से पहले झुर्रियाँ आने लगती हैं।