किन लोगो को नहीं खाना चाहिए शहतूत ?

By: Rochita

june 29 , 2025

डायबिटीज़ के मरीज  शहतूत ब्लड शुगर को तेजी से घटा सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा हो सकता है।

लो ब्लड प्रेशर वाले लोग शहतूत रक्तचाप को और नीचे गिरा सकता है, जिससे चक्कर या कमजोरी हो सकती है।

गर्भवती महिलाएं  शहतूत में कुछ यौगिक होते हैं जो गर्भ में हार्मोनल असंतुलन या एलर्जी पैदा कर सकते हैं, खासकर अधिक मात्रा में।

स्तनपान कराने वाली महिलाएं  शहतूत के सेवन का सीधा असर बच्चे पर पड़ सकता है, खासकर एलर्जेनिक प्रभाव।

एलर्जी की प्रवृत्ति वाले लोग जिन लोगों को परागकण, फल, या पत्तियों से एलर्जी होती है, उन्हें शहतूत से भी एलर्जी हो सकती है।

पाचन संबंधी समस्याओं वाले लोग  शहतूत फाइबर में अधिक होता है, जिससे कुछ लोगों को पेट फूलना, डायरिया या गैस हो सकती है।

थायरॉइड के मरीज  शहतूत में गोइट्रोजन (goitrogens) होते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर हाइपोथायरॉइडिज्म में।

सर्जरी से पहले वाले मरीज शहतूत रक्त में शर्करा के स्तर को प्रभावित करता है, जिससे सर्जरी के दौरान जटिलता हो सकती है। सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले इसे रोकना चाहिए।

 शहतूत में मौजूद कुछ यौगिक बच्चों के पाचन तंत्र के लिए भारी हो सकते हैं और एलर्जी भी कर सकते हैं।