पंजाब में अमृतसर-बठिंडा हाईवे बंद: बहबल कलां इंसाफ मोर्चा ने NH पर लगाया टेंट, अनिश्चितकाल के लिए जाम किया

Behbal Kalan Insaf Morcha

Behbal Kalan Insaf Morcha

फरीदकोट। Behbal Kalan Insaf Morcha: श्री गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी व कोटकपूरा गोलीकांड में इंसाफ की मांग को लेकर पिछले लंबे समय से चल रहे बहिबल इंसाफ मोर्चे(Behbal Kalan Insaf Morcha) द्वारा सरकार को दिए गए अल्टीमेटम के तहत आज रविवार को नेशनल हाईवे अनिश्चितकालीन समय के लिए जाम कर दिया गया। बता दें कि, ये नेशनल हाईवे बठिंडा से अमृतसर तक जाता है।

उल्लेखनीय है कि बरगाड़ी में सात वर्ष पूर्व हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के पश्चात चल रहे शांतमय धरने पर पुलिस द्वारा फायरिंग किए जाने के चलते दो सिखों की मौत हो गई थी। इसी गोलीकांड और बेअदबी मामले में इंसाफ की मांग को लेकर पिछले लंबे समय से संघर्ष चला आ रहा है।

हिबल इंसाफ मोर्चा इंसाफ की कर रहा मांग / Hibal Insaf Morcha is demanding justice

गोलीकांड में मारे गए कृष्ण भगवान सिंह के पुत्र सुखराज सिंह नियामीवाला द्वारा सिख संगत के सहयोग से 16 दिसंबर 2021 को बहिबल इंसाफ मोर्चा शुरू किया गया था। जिसके एक वर्ष पूरे होने पर बहिबल कलां में आगामी संघर्ष शुरू किए जाने की घोषणा की गई थी और हाईवे भी जाम किया गया था। परन्तु 19 दिसंबर 2022 को धुंध व लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए जाम को समाप्त कर दिया गया था।

सरकार की अनदेखी के बाद नेशनल हाईवे जाम / National Highway jam after ignoring the government

इसी को लेकर मोर्चे द्वारा सरकार को 5 फरवरी तक का समय दिया गया था। लेकिन इस संबंध में कोई संतुष्टिजनक कार्रवाई न होने के चलते आज पहले सिख संगत एकत्रित हुई और फिर आगामी संघर्ष शुरू करते हुए अनिश्चितकालीन समय के लिए हाईवे जाम कर दिया गया है।

इस दौरान सुखराज सिंह नियामीवाला ने कहा कि उनके द्वारा सरकारों को लंबा समय दिया जा चुका है और अब उनके पास संघर्ष के अतिरिक्त कोई और राह नहीं रह गया है। अब सिख संगत पीछे नहीं हटेगी और इंसाफ मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।

यह पढ़ें:

मोहाली के उद्योगपतियों ने पंजाब इन्फोटेक पर भेदभाव का आरोप लगाया

पंजाब में सरकारी स्कूलों की संख्या हजारों में, सफाई मुलाजिमों 350 से भी कम

Punjab: मुख्यमंत्री द्वारा लोगों को श्री गुरु रविदास जी के दर्शाए मार्ग पर चल कर सामाजिक बुराईयां जड़ से खत्म करने का न्यौता