Organized a Two-Day Seminar: रासायनिक और अन्य उद्योगों की सुरक्षा पर दो दिवसीय सैमीनार का आयोजन

Organized a Two-Day Seminar

Organized a Two-Day Seminar

चंडीगढ़, 8 दिसंबर: Organized a Two-Day Seminar: मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार(Government of Punjab) राज्य के लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास(every effort to protect) कर रही है। इसी कड़ी में एक कदम आगे बढ़ाते हुए श्रम विभाग मंत्री अनमोल गगन मान के निर्देश पर आज सेक्टर-31ए चंडीगढ़ में रासायनिक और अन्य उद्योगों की सुरक्षा(Safety of chemical and other industries) संबंधी सैमिनार का आयोजन श्रम विभाग(Labour Department) के सचिव श्री मनवेश सिंह सिद्धू द्वारा किया गया। 

सैमिनारों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला

श्रम विभाग के सचिव श्री मनवेश सिंह सिद्धू ने अपने उद्घाटन भाषण में इस तरह के सैमिनारों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि रासायनिक और अन्य उद्योगों में बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बना रहती है, इसको ध्यान में रखते हुए किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अपनी आपातकालीन योजनाओं को अपडेट करना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को सुरक्ष हेतु प्रावधानों के अनुसार योगदान देकर पंजाब श्रम कल्याण बोर्ड की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।

उन्होंने प्रतिभागियों को यह भी बताया कि विभाग राज्य के प्रमुख तकनीकी संस्थानों के एसोसिएट प्रोफेसरों के स्तर के केमिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों के विशेषज्ञ पैनल का गठन करने का प्रस्ताव कर रहा है। 

उन्होंने इस सैमिनार के आयोजन के लिए फैक्ट्री निदेशालय, पंजाब और पंजाब औद्योगिक सुरक्षा परिषद् के अधिकारियों द्वारा की गई पहल की सराहना की।

श्री तेज प्रताप सिंह फूल्का, श्रम आयुक्त-सह-निदेशक फैक्ट्रीज पंजाब ने मुख्य अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा एक आदत के रूप में विकसित हो जानी चाहिए। फैक्ट्रीज के संचालन के दौरान घटने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक रासायनिक कारखाने को एक ऑन-साइट आपातकालीन योजना तैयार करनी चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य भागीदार

उन्होंने कहा कि ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.के. खन्ना, वरिष्ठ विशेषज्ञ, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली, प्रोफेसर अमृतपाल तूर, अध्यक्ष, डॉ. एस.एस. भटनागर विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, पंजाब विश्वविद्यालय, सेक्टर-14, चंडीगढ़, श्री जी.एस. सैनी, निदेशक, राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा कॉलेज, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, नागपुर, श्री विनय पाठक, जीएम (टैक), मैसर्ज 3एम इंडिया लिमिटेड, गुरुग्राम, डॉ. देवेंद्र कुंवर, उप महाप्रबंधक (आईसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, फरीदाबाद (हरियाणा), श्री यश पाल, निदेशक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण सलाहकार मोहाली, डॉ. प्रिंस कुमार पॉल, एमडी कार्डियोलॉजी, मैक्स अस्पताल, एस.ए.एस. नगर, श्री अनिल कुमार शर्मा, सुरक्षा अधिकारी मैसर्ज एनएफएल, बठिंडा डॉ. परवीन मुदगिल, सीएमओ, मेसर्ज एचएमईएल, बठिंडा, श्री नरिंदर कुमार बस्सी, उप चीफ वार्डन, सिविल डिफेंस, बठिंडा और पंकज कुमार, चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, विजिबल सेफ्टी सोल्यूशन, नई दिल्ली कार्यक्रम के मुख्य भागीदार थे। इंजीनियर नरिंदर सिंह, संयुक्त निदेशक फैक्ट्री पंजाब द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।

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