क्या भारत ने पूर्व PM इमरान खान की कस्टडी मांगी है? विदेश मंत्रालय के नाम से वायरल इस लेटर के बारे में सरकार ने क्या बताया
India Seek Custody of Former PM Imran Khan Pakistan Viral Letter
Pakistan Imran Khan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जिंदा हैं या जेल में मर गए हैं? इस बाबत इन दिनों पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। इमरान खान के पारिवारिक सदस्यों और समर्थकों का कहना है की उन्हें इमरान खान से मिलने नहीं दिया जा रहा है। इसलिए पारिवारिक सदस्यों और समर्थकों को आशंका हो रही है कि इमरान खान के साथ जेल में कुछ गलत हुआ है और जिसे पाकिस्तान सरकार छिपाने की कोशिश कर रही है। इमरान खान के जिंदा और मृत होने की खबरें ज़ोर पकड़े हुए हैं।
वहीं इस बीच इमरान खान को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के नाम से एक लेटर भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। जो कि तेजी से वायरल हो रहा है। इस लेटर पर 1 दिसंबर 2025 की तारीख लिखी हुई है। साथ ही इसमें दिखाया गया है कि लेटर पाकिस्तान के विदेश सचिव को लिखा गया है। इसमें लिखा है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हिरासत मांगी है। लेकिन क्या वाकई भारत सरकार ने कोई ऐसा कदम उठाया है और सच में इमरान खान की कस्टडी पाकिस्तान से मांगी है।
PIB फैक्ट चेक में सच्चाई आई सामने
इस लेटर को लेकर PIB फैक्ट चेक में अलग ही सच्चाई सामने आई है। जिसमें यह पता चला है कि यह लेटर पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा फैलाने वाले इंटरनेट यूजर्स की ओर से शेयर किया जा रहा है। साथ ही इंटरनेट पर इस लेटर पर जो दावा किया जा रहा है कि यह भारतीय विदेश मंत्रालय का है और जेल में बंद इमरान खान की हिरासत लेने के संबंध में है। यह दावा पूरी तरह से फर्जी और निराधार है। PIB ने इस दावे पर बिलकुल भी विश्वास न करने और सचेत रहने की अपील की है।
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने इस लेटर का फैक्ट चेक जारी करते हुए लिखा है, ''कई पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा अकाउंट सोशल मीडिया पर एक लेटर शेयर कर रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह विदेश मंत्रालय का एक टॉप-सीक्रेट डॉक्यूमेंट है जो कथित तौर पर ऑनलाइन लीक हो गया है। इस फर्जी लेटर में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से इमरान खान को पॉलिटिकल कैदी के तौर पर भारत भेजने का अनुरोध किया है। यह लेटर पूरी तरह से झूठा और निराधार है और पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ चलाए जा रहे गलत जानकारी फैलाने वाले कैंपेन का हिस्सा है।''
पीआईबी ने लोगों को सचेत करते यह अपील भी है कि वह बिना वेरिफाइड कंटेंट शेयर न करें। सही जानकारी के लिए सिर्फ भारत सरकार के ऑफिशियल सोर्स पर ही भरोसा करें। अगर उन्हें भारत सरकार से जुड़ा कोई भी संदिग्ध डॉक्यूमेंट मिलताहै तो वह PIB Fact Check पर तुरंत इसकी रिपोर्ट करें। आपको बता दें कि इंटरनेट की दुनिया में आएदिन बहुत कुछ देखने को मिलता है। कुछ सही भी होता है तो कुछ फर्जी। इसलिए यह जरूरी है कि, इंटरनेट की चीजों पर आंख और दिमाग बंद करके भरोसा न किया जाए। पहले जांच-पड़ताल कर ली जाए और फिर ही आगे बढ़ा जाए। लेकिन प्राया लोग ऐसा कम ही करते हैं और फिर बाद उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।
???? #PAKISTAN Propaganda Alert!
Several Pakistani propaganda accounts are circulating a letter on social media, claiming it to be a top-secret Ministry of External Affairs document that allegedly leaked online. The fabricated letter claims that the Indian Government has requested… pic.twitter.com/DWxalnwjjM
रावलपिंडी में धारा 144 लगाई गई
इमरान खान को लेकर पारिवारिक सदस्यों और समर्थकों ने आज रावलपिंडी में बड़े विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है और जेल का घेराव करने की बात कही है। जिसके बाद पाकिस्तान के रावलपिंडी में पाक सरकार ने धारा 144 लगा दी है। अदियाला जेल जाने वाली सभी सड़कें पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने सील कर दी हैं। यानि इमरान खान जिस जेल में रखे गए हैं उस जेल तक जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने पूरे शहर में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी है। इमरान खान के विरोधी पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर दबाव में हैं। बता दें कि इमरान खान पिछले दो साल से जेल में बंद हैं और इस समय यह बताया जा रहा है कि वह डेथ सेल में है।