दुनिया के शीर्ष शोधकर्ताओं की सूची में बीएस रेड्डी नामांकित

दुनिया के शीर्ष शोधकर्ताओं की सूची में बीएस रेड्डी नामांकित

दुनिया के शीर्ष शोधकर्ताओं की सूची में बीएस रेड्डी नामांकित

दुनिया के शीर्ष शोधकर्ताओं की सूची में बीएस रेड्डी नामांकित

(अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी)

 विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) वाईएसआर कडपा जिले में शासकीय कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. बुसिरेड्डी सुधाकर रेड्डी ( बी एस रेड्डी) को ग्लोबल एडी ( अल्फेर डोगर ) साइंटिफिक इंडेक्स के अनुसार विश्व वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में चयनित किया गया है ।
      कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जी. रवींद्रनाथ और फैकल्टी ने उन्हें इस उपलब्धि पर अभिनंदन व्यक्त किया यह उपलब्धि आंध्र प्रदेश के लिए ही नहीं यह पूरे भारतवर्ष के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है कहा।

प्रोफेसर बुसिरेड्डी को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके सर्वश्रेष्ठ शोध के लिए इस साइंटिफिक इंडेक्स रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष शोधकर्ताओं की सूची में नामांकित किया गया है। उनकी नवीनतम रैंकिंग के अनुसार वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 19,034वें  एशिया में 4,302वें राष्ट्रीय स्तर पर 972वें और कॉलेज के लिहाज से पहले स्थान पर हैं। रैंकिंग एससीआई के शोध पत्रों स्कोपस के एच-इंडेक्स आई-10 इंडेक्स उद्धरण ओआरसीआईडी वेब ऑफ साइंस एजुकेशन और गूगल स्कॉलर डेटाबेस पर आधारित हैं।

डॉ. बुसिरेड्डी सुधाकर रेड्डी वाईएसआर कडपा जिले के चिंताकॉमादीन मंडल के गुडावंदलापल्ले गांव से हैं। सुधाकर रेड्डी ने श्री वेंकटेस्वरा यूनिवर्सिटी तिरुपति से 1992 में एमएससी भौतिकी में डिग्री के साथ एम.फिल और पीएचडी भी प्राप्त किया।  उनके पास 25 से अधिक वर्षों का शिक्षण अनुभव और 15 वर्षों का शोध अनुभव है और उन्होंने एस.वी. डिग्री कॉलेज के भौतिकी विभाग के प्रमुख के रूप में पांच वर्षों तक कार्य किया है। उन्हें सरकार से राज्य स्तरीय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार मिला है। वर्ष 2008 में एपी के और शिक्षण और अनुसंधान में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2017 में एनईएसए नई दिल्ली से सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार। एपी एकेडमी ऑफ साइंसेज ने वर्ष 2005 में डॉ रेड्डी को एसोसिएट फेलो के रूप में मान्यता दी। डॉ. बुसिरेड्डी सुधाकर रेड्डी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया एवं दक्षिण कोरिया, स्वीडन, फिनलैंड, हांगकांग और दक्षिण अफ्रीका में एक विज़िटिंग वैज्ञानिक के रूप में भी काम करने का अनुभव प्राप्त हुआ। उन्होंने 70 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोध लेख प्रकाशित किए हैं।