हिमाचल में कोरोना संक्रमण के बीच एक बार फिर डिपो में राशन बायोमीट्रिक मशीन में अंगूठा लगाने से ही मिलेगा। इसको लेकर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग व सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। केंद्र सरकार से मिले आदेशों के बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सरकार को प्रोपोजल भेजा था, इसके बाद सरकार ने राज्य आपदा प्रबंधन को लेटर भेजकर डिपो में फिर से बायोमीट्रिक मशीन शुरू करने की अनुमति मांगी है।
हिमाचल खाद्य आपूर्ति विभाग को केंद्र सरकार ने डिपो में बायोमीट्रिक मशीन से राशन देने की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने को कहा है।
इसके लिए विभाग ने सभी डिपो धारकों को अभी से ही बायोमीट्रिक की सेनेटाइजिंग को लेकर व्यवस्था करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जैसे ही राज्य आपदा प्रबंधन से बायोमीट्रिक शुरू करने को लेकर परमिशन मिलेगी, सभी डिपो धारकों को पोस मशीनों में एंट्री करने के साथ ही बायोमीट्रिक में भी उपभोक्ताओं का अंगूठा लगाना होगा।
राज्य में 5001 उचित मूल्य की दुकान हैं, वही 3261 को-ऑपरेटिव सोसायटी की दुकानें हैं। इन सभी दुकानों में मार्च माह से ही उपभोक्ताओं को मात्र एंट्री कर ही राशन दिया जा रहा था। भले ही कोविड काल में बायोमीट्रिक मशीनों को डिपो में शुरू करना सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी। हालांकि, इसका फायदा हिमाचल प्रदेश के तीन से चार लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा, जो कहीं पर भी आसानी से राशन ले पाएंगे। इससे पहले बायोमीट्रिक में अंगूठा न लगने की वजह से वे हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग जगह से राशन नहीं ले पा रहे थे।
हिमाचल में प्रदेश में पहली बार एक दिन में मिलने वाले संक्रमितों की संख्या एक हजार से पार चली गई। हिमाचल में रविवार को रिकार्ड 1026 मरीज सामने आए, जबकि 12 संक्रमितों की मौत हो गई। कोरोना से मरने वालों में तीन कुल्लू जिला से, तीन मंडी जिला से, दो शिमला जिला से, दो कांगड़ा जिला से तथा एक-एक मरीज चंबा व हमीरपुर जिला से है।